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मनसा गायक का शव परिवार ने कब्र से निकाला

– कुछ न होते देख वापस शव दफनाया गया मालदा : सांप के काटने की वजह से हुई मौत के बाद मनसा गायक के शव को सोमवार की सुबह उसके परिवार ने कब्र से निकाल लिया. एक ओझा द्वारा मृतक को फिर से जिंदा करने के दावे पर परिवार वालों ने यह काम किया. मालदा […]

– कुछ न होते देख वापस शव दफनाया गया
मालदा : सांप के काटने की वजह से हुई मौत के बाद मनसा गायक के शव को सोमवार की सुबह उसके परिवार ने कब्र से निकाल लिया. एक ओझा द्वारा मृतक को फिर से जिंदा करने के दावे पर परिवार वालों ने यह काम किया. मालदा शहर से 35 किलोमीटर दूर मानिकचक थाने की मथुरापुर ग्राम पंचायत के उत्सवटोला गांव में सांप काटने से एक मनसा गायक मिठुन मंडल (28) की मौत बीते शनिवार को हुई थी.
मिठुन मंडल पिछले कई वर्षों से विषधर सांप को गले में डालकर मनसा का गीत गाया करता था. मानिकचक के एक व्यवसायी के घर में मनसा गीत का आयोजन किया गया था. गत शुक्रवार की रात सांप को गले में लेकर मिठुन मनसा गीत गा रहा था, तभी सांप ने उसे काट लिया.
मिठुन को अस्पताल ले जाने के बजाय परिवारवालों ने उसे ओझा के पास ले जाकर झाड़-फूंक शुरू कराया. ठीक ना होने पर उसे मानिकचक के अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. चिकित्सकों ने बताया कि सांप काटने के तुरंत बाद ही अगर मिठुन को अस्पताल लाया गया होता, तो उसकी जान बचायी जा सकती थी. इस तरह के अंधविश्वास से हुई मौत के बाद भी परिवार का अंधविश्वास से भरोसा नहीं उठा. परिजनों ने मिठुन के शव को केले के थंब का बेड़ा बना कर उस पर प्रवाहित करने की योजना बनायी. इसकी जानकारी मिलते ही प्रशासन की ओर से शव को नदी में बहाने की अनुमति नहीं दी गयी. इसके बाद मिठुन का शव जमीन में दफनाया गया.
पर परिवार ने उसे जीवित करने की आस नहीं छोड़ी. मानिकचक थाना क्षेत्र के योगिनी गांव के एक ओझा से परिवार मिला. उसने दावा किया कि अगर मृतक के नाक व मुंह से खून नहीं निकला है तो उसे जिंदा किया जा सकता है, लेकिन इसके लिए शव को कब्र से निकालना होगा. इसी वजह से सोमवार की सुबह गंगा घाट स्थित कब्र से मिठुन का शव निकाला गया.
शव को कब्र से निकालने के दौरान परिवार के साथ ओझा अकालू मंडल भी मौजूद थे. ओझा की करामात देखने गंगा घाट पर ग्रामवासी भी जुट गये. शव सड़ने लगा था. तमाम कोशिशों के बाद भी कोई सकारात्मक संकेत ना दिखाई देने पर ओझा अकालू मंडल घाट से भाग खड़ा हुआ. उसने बताया कि शव के सड़ना शुरू होने के बाद आत्मा फिर से उस शरीर में प्रवेश नहीं करती. ओझा की बातें सुनकर मिठुन का शव वापस कब्र में डाल दिया गया.
शव को कब्र से निकाल कर जीवित करने का आडंबर सुनकर मानिकचक के बीडीओ अवाक रह गये. सोमवार की दोपहर बीडीओ उत्पव मुखर्जी ने परिवार से मिल कर उसे सांत्वना दी. जिला पुलिस अधीक्षक प्रसून्न बनर्जी ने बताया कि शव को कब्र से निकालने की घटना की सूचना पुलिस को नहीं मिली है. घटना की प्राथमिकी दर्ज होने पर पुलिस अवश्य कार्रवाई करेगी.

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