पिछले दो दिनों में किसी का भी शव बरामद नहीं हुआ है. यहां उल्लेखनीय है कि इन दोनों ही स्थानों पर भारी बारिश की वजह से हुए भूस्खलन में 40 लोगों की मौत हो चुकी है. इस बीच, प्रशासनिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मिरिक के टिंगलिंग में अभी भी 8 लोग लापता बताये जा रहे हैं. इन लोगों की तलाश की जा रही है. इस बीच, सोमवार को भारी बारिश की वजह से कई स्थानों पर मामूली भूस्खलन की घटना घटी थी.
दूसरी तरफ जीटीए चीफ तथा गोजमुमो सुप्रीमो बिमल गुरूंग भूस्खलन प्रभावित इलाकों का लगातार दौरा कर रहे हैं. वह कल सोमवार को भूस्खलन प्रभावित इलाके का दौरा करने पेदोंग गये. इधर, उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देव ने भी कहा है कि पहाड़ पर स्थिति तेजी से सामान्य हो रही है. राज्य सरकार की ओर से भूस्खलन प्रभावितों की पूरी मदद की जा रही है. राहत एवं बचाव का कार्य करीब-करीब पूरा हो चुका है. भूस्खलन से जो लोग बेघर हो गये हैं, उनके पुनर्वास की व्यवस्था की जा रही है. तृणमूल कांग्रेस की ओर से भी प्रभावित इलाकों में राहत सामग्रियां भेजी जा रही है. इस बीच, डुवार्स के बाढ़ प्रभावित इलाकों में भी स्थिति तेजी से सामान्य हो रही है. बारिश थमने के कारण तिस्ता के जल स्तर में कमी आ रही है. बाढ़ की वजह से जो लोग अपने घर-बार छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले गये थे, वह लोग अपने घर लौट रहे हैं. यहां भी राज्य सरकार की ओर से बाढ़ पीड़ितों की सहायता की जा रही है.