बाघ का असम के जंगल से किया गया था शिकार
Advertisement
जलपाईगुड़ी : असम वन विभाग ने मांगा बाघ शिकारियों की रिमांड
बाघ का असम के जंगल से किया गया था शिकार जलपाईगुड़ी : बंगाल पुलिस की गिरफ्त में कैद अंतराष्ट्रीय पशु तस्कर गिरोह के दो सदस्यों को असम सरकार के वन विभाग ने रिमांड पर मांगा है. अलीपुरद्वार के हासीमारा से रॉयल बंगाल टाइगर की खाल व हड्डियों समेत दो भूटानी नागरिक को असम व पश्चिमबंगाल […]
जलपाईगुड़ी : बंगाल पुलिस की गिरफ्त में कैद अंतराष्ट्रीय पशु तस्कर गिरोह के दो सदस्यों को असम सरकार के वन विभाग ने रिमांड पर मांगा है. अलीपुरद्वार के हासीमारा से रॉयल बंगाल टाइगर की खाल व हड्डियों समेत दो भूटानी नागरिक को असम व पश्चिमबंगाल वन विभाग ने 16 अक्टूबर 2019 को गिरफ्तार किया था. आरोपियों के नाम है नामगे वांग्दी व यांगा नानडांग दोनों भूटान के नागरिक हैं.
बुधवार को असम के उच्चस्तरीय वनाधिकारियों ने जलपाईगुड़ी अदालत से उन्हें हिरासत में लेने का आवेदन कर आरोपी को पूछताछ के लिए असम ले जाने की मांग की. छानबीन में पता चला है कि शिकार हुआ यह बाघ असम के मानस टाइगर प्रोजेक्ट नैशनल पार्क का था.
असम के पानाबाड़ी रेंज के रेंजर अभिजीत दावेर ने बताया कि बीते 8 से 9 महीने पहले रॉयल बंगाल टाइगर को दो गोली मारी गयी थी. घटना असम के मानस टाइगर प्रोजेक्ट नेशनल पार्क की है. मूख्य शूटर को पहले हीं असम से गिरफ्तार कर लिया गया है. बाकी के दो लोगों को बेलाकोबा रेंज के रेंजर संजय दत्त ने गिरफ्तार कर लिया. उन्होंने बताया कि घटना में और तत्थ्य पाने के लिए इन दोनों को असम ले जाकर पूछताछ की जायेगी.
असम वन विभाग के एसीएफ अब्बास अली देवान ने बताया कि बाघ की समीक्षा रिपोर्ट बताते है कि वर्तमान में असम के जंगल में 30 बाघ है. इनमें से 25 वयस्क हैं जबकि पांच शावक हैं. बीते जनवरी महीने में पशु तस्कर जंगल में घुसकर इनमें से एक बाघ का शिकार किया था. बीते 23 जून 2019 को गुप्त सूत्रों से खबर पाकर बैकुंठपुर वन विभाग के स्पेशल टास्क फोर्स ने असम बंगाल सीमा के श्रीरामपुर में अभियान चलाया था. जिसमें मृत बाघ का बीडीओ सहित 7 पशु देहांश तस्करों को गिरफ्तार किया गया था.
छानबीन व बीडीओ से प्रमाणित हुआ था की यह असम के मानस इलाके के जंगल में शिकार किया गया था. इसके बाद से असम व पश्चिमबंगाल के बैकुंठपुर वन विभाग के स्पेशल टास्क फोर्स ने संयुक्त तौर पर छापेमारी शुरू की.
दूसरी ओर 16 अक्टूबर 2019 को अलीपुरद्वार के हासिमारा इलाके से टास्क फोर्स ने दो भूटानी नागरिकों को बाघ के खाल के साथ गिरफ्तार किया था. आरोपी नामगे वांग्दे व यांग नानडांग के पास से बाघ का खाल बरामद हुआ. पूछताछ में पता चला कि यह शिकार असम के मानस के जंगल में किया गया था.
बुधवार को असम वन विभाग का जांच दल जलपाईगुड़ी पहुंचकर अदालत में दोनों आरोपियों को अपने हिरासत में लेने की अपील की. इसके लिए असम से भी मंजुरी मिलेगी तभी आरोपियों को असम ले जाया जा सकेगा. गुरुवार को जिला सुधारगृह के भीतर दोनों से असम व पश्चिमबंगाल वन विभाग संयुक्त तौर पर पूछताछ करेगा.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement