सिलीगुड़ी: सारधा चिटफंड कांड की जांच मे जुटे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने लगता है अपने जांच का दायरा बढ़ा दिया है. विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ईडी की टीम सिलीगुड़ी में करीब 200 करोड़ रूपये के कथित एसजेडीए घोटाले में रुपयों के लेन-देन की जांच करेगी.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, ईडी ने पिछले दिनों विभिन्न कार्यो के लिए किये गये भुगतान के ब्योरे की जानकारी एसजेडीए से मांगी थी, जिसे एसजेडीए ने उपलब्ध करा दिया है. उसके बाद ईडी ने इस मामले में 10 लोगों को नोटिस जारी किया है.
इस नोटिस के मिलने की खबर से सिलीगुड़ी में हड़कंप मचा हुआ है. सूत्रों ने आगे बताया कि सिलीगुड़ी जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण(एसजेडीए) के पूर्व चेयरमैन तथा विधायक रूद्रनाथ भट्टाचार्य एवं तत्कालीन सीइओ गोदाला किरन कुमार सहित कुल 10 लोगों को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए हाजिर होने के लिए कहा गया है. इस संबंध में हांलाकि विधायक रूद्रनाथ भट्टाचार्य ने किसी भी प्रकार की नोटिस मिलने से इंकार किया है.लेकिन उन्होंने कहा है कि यदि ऐसा कोई नोटिस मिलता है तो वह इसका जवाब देंगे. दूसरी ओर माकपा नेता तथा पूर्व मंत्री अशोक भट्टाचार्य ने इस बात की पुष्टि की है कि 10 लोगों को ईडी ने नोटिस दी है. अशोक भट्टाचार्य जो करीब 20 वर्षो तक एसजेडीए के चेयरमैन थे,ने कहा कि वह अभी कोलकाता में ही हैं और 10 लोगों को ईडी की नोटिस मिलने की जो खबर है वह सही है. उन्होंने ईडी के इस कदम का स्वागत किया है.लेकिन इसके साथ ही उन्होंने पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग एक बार फिर से दोहराई.
श्री भट्टाचार्य ने वर्तमान विधायक रूद्रनाथ भट्टाचार्य पर निशाना साधते हुए कहा कि पूरा घोटाला उनके संरक्षण से ही संभव हुआ है. श्री भट्टाचार्य से जब यह पूछा गया कि विधायकर रूद्रनाथ भट्टाचार्य किसी भी प्रकार की नोटिस मिलने से इंकार कर रहे हैं पर उन्होंने कहा कि विधायक झूठ बोल रहे हैं. रूद्रनाथ बच नहीं सकते. वह नोटिस मिलने की खबर को भला कब तक दबा कर रखेंगे. उन्होंने कहा कि एसजेडीए घोटाले की पूरी जांच होनी चाहिए. जनता के 200 करोड़ रूपये की लूट हुयी है और जो भी लोग इसके लिए दोषी हों,उन्हें सजा मिलनी चाहिए.