मालदा. कंस्ट्रक्शन कर्मचारियों के कल्याण के लिए राज्य सरकार द्वारा आवंटित 10 लाख रुपये की हेराफेरी का आरोप माकपा तथा कांग्रेस के दो श्रमिक नेताओं पर लगा है. इसकी जानकारी जिला प्रशासन के साथ ही राज्य के श्रम मंत्री एवं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को दी गई है. आरोप है कि श्रम विभाग के भी उच्च अधिकारियों की इसमें मिलीभगत है.
घटना चाचल महकमा के रतुआ-2 ब्लॉक की है. मालदा जिला तृणमूल संगठन के नेता गोपाल पोद्दार ने आरोप लगाते हुए कहा कि उच्च अधिकारियों की मिलीभगत से श्रमिकों के पैसे माकपा तथा कांग्रेस के दो नेताओं ने हड़प लिये. श्री पोद्दार ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से महिला श्रमिक को शादी के समय 10 हजार तथा संतान जन्म लेने के समय 16 हजार रुपये देने की व्यवस्था राज्य सरकार की ओर से की गई है. लेकिन रतुआ ब्लॉक के सीटू नेता अब्दुल उदूद तथा इंटक नेता हिफाजुल रहमान ने फर्जी दस्तावेजों के बल पर 10 लाख रुपये हड़प लिये.
उन्होंने आगे कहा कि रतुआ-2 ब्लॉक के संबलपुर, हरिपुर, कदमटोली आदि गांव में सैकड़ों महिलाएं कंस्ट्रक्शन श्रमिक हैं. इन्हीं के नाम पर फर्जी दस्तावेज बनाये गये और सरकारी पैसे हड़प लिये गये. जब उन्हें इस बात की शिकायत मिली, तो एक आरटीआइ दायर कर विभाग से इसकी जानकारी मांगी. जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार जिन महिलाओं को पैसे देने की बात हुई है, उनमें से अधिकांश को पैसे मिले ही नहीं. ऐसी 50 महिलाओं की सूची उनके पास है. इनकी शादी नहीं हुई है. उसके बाद भी इनके नाम पर पैसे उठा लिये थे. कई महिलाओं के नाम ऐसे हैं जिनको बच्चे हुए नहीं, लेकिन पैसे ले लिये गये. उन्होंने इस मामले की शिकायत राज्य के श्रम मंत्री मलय घटक के साथ ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से की है.