यह जानकारी शुक्रवार को ओटीएल कैब के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक अधृक राय ने महानगर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में दी. उन्होंने बताया कि कंपनी ने अगस्त 2016 से ही यहां कैब सेवा शुरू करने की योजना बनायी थी और इसकी घोषणा करते समय कहा गया था कि कंपनी द्वारा यात्रियों से किसी प्रकार का सरचार्ज नहीं लिया जायेगा. इससे बाजार में मौजूद अन्य कैब सेवा कंपनियों की अपेक्षा ओटीएल कैब से यात्रा करना बहुत सस्ता होगा. उन्होंने बताया कि कंपनी के वर्तमान समय में 500 कैब मौजूद हैं.
अगर राज्य सरकार आज अनुमति देती है, तो कल से ये वाहन रास्ते पर होंगे और अपनी सेवाएं प्रदान करेंगे. उन्होंने कहा कि इस संबंध में उन्होंने राज्य के परिवहन मंत्री से भी बात की थी और उन्होंने भी अनुमति देने का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ. उन्होंने बताया कि महानगर में इस प्रकार की सेवा प्रदान करने से पहले आवेदन की समीक्षा निजी एजेंसी बीयूआइडीएल के पास है. एजेंसी ने भी कंपनी के आवेदन को सही ठहराते हुए परिवहन विभाग को सौंप दिया है. उसके बावजूद राज्य सरकार द्वारा इसकी अनुमति नहीं दी जा रही है. उन्होंने कहा कि सोमवार को इस मामले की सुनवाई हाइकोर्ट में होगी और उनको पूरा विश्वास है कि हाइकोर्ट से उनको न्याय मिलेगा.