मृत शिशु के परिजन देवप्रिय चटर्जी ने बताया कि वे उक्त मामले की लिखित शिकायत करने स्वास्थ्य भवन पहुंचे थे लेकिन वहां उन्हें राज्य के मुख्य स्वास्थ्य सचिव व मुख्य स्वास्थ्य सेवा निदेशक डॉ विश्वरंजन सतपथि से मिलने का मौका नहीं मिला. वहीं मुख्य सचिव किसी महत्वपूर्ण बैठक में व्यस्त थे. अत: उन्होंने उनके कार्यालय में लिखित शिकायत सौंप दी. इस मामले में बीबीडी बाग स्थित कमीशन के कार्यालय में भी शिकायत की गयी है. कमीशन ने मामले की पूरी जांच का आश्वासन दिया है.
अपोलो के सीइओ भी गुरुवार को स्वास्थ्य भवन पहुंचे थे. उन्होंने स्वास्थ्य भवन के आला अधिकारियों से मुलाकात की और संजय राय मौत मामले में के जरूरी कुछ जरूरी दस्तावेज को स्वास्थ्य भवन में जमा किये. ध्यान रहे कि अपोलो में चार माह की बच्ची को कोलोनोस्कॉपी के लिए एनेस्थीसिया दिया गया था. इसके बाद उस बच्ची को होश ही नहीं आया और उसकी मौत हो गयी. परिजनों का आरोप है कि उसे 24 घंटे से दूध नहीं दिया गया था. इसकी वजह से उसकी कैलोरी कम हो गयी और हाइडोज की दवा के कारण उसकी मौत हो गयी. हालांकि इस मामले की जांच जारी है.