कोलकाता. नारद स्टिंग ऑपरेशन को लेकर सीबीआइ की चल रही जांच से जहां तृणमूल कांग्रेस पर भारी दबाव है, वहीं भाजपा के नेता व पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने दावा किया है कि तृणमूल कांग्रेस के कई नेता भाजपा के साथ जुड़ना चाहते हैं, लेकिन भाजपा दागी नेताओं को शामिल नहीं करेगी. कैलाश […]
कोलकाता. नारद स्टिंग ऑपरेशन को लेकर सीबीआइ की चल रही जांच से जहां तृणमूल कांग्रेस पर भारी दबाव है, वहीं भाजपा के नेता व पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने दावा किया है कि तृणमूल कांग्रेस के कई नेता भाजपा के साथ जुड़ना चाहते हैं, लेकिन भाजपा दागी नेताओं को शामिल नहीं करेगी.
कैलाश विजवर्गीय ने कहा कि तृणमूल के कई नेताओं ने भाजपा में शामिल होने के लिए आवेदन दिया है, लेकिन नारद स्टिंग और सारधा स्कैम के आरोपी नेताओं को पार्टी में शामिल नहीं किया जायेगा. गौरतलब है कि कैलाश विजयवर्गीय भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के भरोसमंद माने जाते हैं.
उन्होंने यूपी और उत्तराखंड चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है. वह बंगाल चुनाव को लेकर भी ब्लू प्रिंट तैयार कर रहे हैं. माकपा और अन्य विपक्षी पार्टियां ऐसा आरोप लगा रही हैं कि भाजपा और तृणमूल कांग्रेस ने नारद स्कैम पर गुप्त समझौता कर रखा है.
वहीं, श्री विजयवर्गीय ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह सिर्फ भाजपा को बदनाम करने की साजिश है. उन्होंने कहा कि भाजपा अपनी खुद की नैतिकता के आधार पर सफलता अर्जित कर रही है. तृणमूल कांग्रेस ममता बनर्जी के अलावा कुछ नहीं है. ममता जी के बिना पार्टी का कोई अस्तित्व नहीं है. उन्होंने उम्मीद जाहिर करते हुए कहा कि बंगाल में होने वाले आगामी पंचायत और नगर निगम चुनाव में भाजपा अच्छा प्रदर्शन करेगी. उन्होंने कहा कि भाजपा बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रचार करेगी.