सूत्रों का कहना है कि पुलिस को भाजपा के विरोध प्रदर्शन की खबर तक नहीं थी. गुरुवार दोपहर लगभग एक बजे लगभग एक सौ भाजपा समर्थक अचानक नवान्न के नॉर्थ गेट पर पहुंच गये आैर विरोध प्रदर्शन करने लगे. इनमें महिलाएं भी शामिल थीं. हालांकि पुलिस ने लगभग 30 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया, पर उन्हें इस प्रदर्शन के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. उस वक्त मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गुरुवार सवेरे महानगर में अचानक हुए लोडशेडिंग के मुद्दे पर एक उच्चस्तरीय बैठक कर रही थीं. आमतौर पर मुख्यमंत्री 12 बजे के बाद ही किसी वक्त नवान्न पहुंचती हैं.
भाजपा कार्यकर्ता गलत तरीके से टेट परिणाम के प्रकाशन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. हाथों में प्लेकार्ड इत्यादि लिए भाजपा कार्यकर्ता राज्य सरकार के खिलाफ नारे लगा रहे थे. नवान्न सूत्रों के अनुसार पुलिस से मुख्यमंत्री बेहद नाराज हैं, जिसे भाजपा कार्यकर्ताआें के इस प्रकार नवान्न के मुख्य प्रवेश द्वार तक पहुंच कर विरोध प्रदर्शन किये जाने की भनक तक नहीं थी. एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार नवान्न व आसपास के इलाके में हर वक्त धारा 144 लागू रहती है, जिसके अनुसार एक वक्त में वहां चार से अधिक व्यक्ति जमा नहीं हो सकते हैं, पर भाजपा कार्यकर्ता न केवल बड़ी तादाद में नवान्न के सामने पहुंच गये आैर विरोध प्रदर्शन भी किया, पुलिस को इसके बारे में जानकारी तक नहीं थी. हम लोगों ने इस घटना के बारे में पुलिस से स्पष्टीकरण मांगा है. माकपा ने भी मई में नवान्न अभियान की घोषणा कर रखी है.