सत्तारूढ़ पार्टियों के नेता राइस मिल मालिकों के साथ मिल कर धान की खरीद में धांधली कर रहे हैं. यह आरोप भारतीय जनता पार्टी किसान मोरचा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व भाजपा सांसद वीरेंद्र सिंह ने राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी पर लगाया है. श्री सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार ने देश के किसानों के लिए कई योजनाओं की शुरुआत की है, लेकिन पश्चिम बंगाल की राजनीति की वजह से किसानों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है, जिसके विरोध में भारतीय जनता पार्टी किसान मोरचा की ओर से बुधवार को महानगर में रैली निकाली जायेगी. भाजपा कार्यालयों पर तृणमूल कांग्रेस द्वारा किये गये हमले के संबंध में उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के सांसदों की गिरफ्तारी भ्रष्टाचार के आरोप में हुई है और भाजपा कार्यालय पर हमला यह साफ दर्शाता है कि सत्ता के संरक्षण में यह किया जा रहा है और सत्तारूढ़ पार्टी पुलिस को अपने हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही है.
उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस समर्थक या पुलिस चाहे कुछ भी कर ले, बुधवार को भारतीय जनता पार्टी किसान मोरचा की रैली हर हाल में निकाली जायेगी. अगर पुलिस या तृणमूल कांग्रेस समर्थक इसको रोकने की कोशिश करते हैं, तो उनको भी याद रखना होगा कि तृणमूल कांग्रेस के सांसदों को भी दिल्ली संसद में प्रवेश नहीं करने दिया जा सकता. क्योंकि जब भी सत्ता के संरक्षण में लोकतांत्रिक अधिकारों को दबाने की कोशिश की जाती है, तो विद्रोह की स्थिति पैदा होती है.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को याद रखना चाहिए कि संघर्ष के प्रतिकार ने ही उनको मुख्यमंत्री बनाया है, अगर वह अब स्वयं लोकतांत्रिक अधिकारों की मांग के लिए हो रहे संघर्ष को रोकने की कोशिश करेंगी, तो इसका विपरीत परिणाम होगा. इससे सत्ता की कुर्सी ज्यादा दिनों तक नहीं चलायी जा सकती. भाजपा किसान मोरचा के समर्थक पुलिस व तृणमूल कांग्रेस समर्थकों की धमकी से डरनेवाले नहीं हैं. अगर पुलिस बुधवार को आयोजित होनेवाली रैली की अनुमति को रद्द भी करती है, उसके बावजूद भाजपा किसान मोरचा की रैली निकाली जायेगी.