कोलकाता: मतदाताओं को जानकारी उपलब्ध कराने के लिए चुनाव आयोग द्वारा जिलों में हेल्पलाइन नंबर जारी किये हुए एक महीना से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन कनेक्शन ठीक नहीं होने के कारण यह नंबर अब तक वोटरों से दूर है.
पिछले महीने पश्चिम बंगाल के दौरे पर आये उप चुनाव आयुक्त विनोद जुत्शी ने चुनाव आयोग को जिलों में हेल्पलाइन नंबर तैयार करने का निर्देश दिया था. उनके निर्देश के बाद राज्य के सभी 19 जिलों में एक हेल्पलाइन नंबर तैयार किया गया, लेकिन कनेक्शन ठीक नहीं होने के कारण यह हेल्पलाइन नंबर अब तक सही तरीके से लोगों तक नहीं पहुंच पाया है.
कई जिलों में शिकायतों का अंबार
इस संबंध में उत्तर 24 परगना, पश्चिम मेदिनीपुर, दाजिर्लिंग, जलपाईगुड़ी व बर्दवान से महानगर स्थित चुनाव आयोग के दफ्तर में ढेरों शिकायतें पहुंची हैं. राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के दफ्तर (सीइओ ऑफिस) ने हेल्पलाइन के बारे में शिकायत मिलने की बात स्वीकार की है. इस समस्या को बीएसएनएल के सामने रखने की तैयारी चल रही है. अलग-अलग जिलों से इस हेल्पलाइन नंबर पर फोन करनेवालों में से अधिकतर की शिकायत है कि इस नंबर पर फोन करने पर कभी जवाब नहीं मिलता है. अधिकतर समय नेटवर्क की समस्या होती है, तो बाकी समय यह पहुंच से बाहर (अनरिचेबल) रहता है.
सबसे बड़ी बात यह है कि लोगों को चुनाव व चुनाव पहचान पत्र के संबंध में जानकारी देने के लिए जिस हेल्पलाइन नंबर को तैयार किया गया है, उसके बारे में अधिकतर मतदाताओं को जानकारी ही नहीं है. लोगों का मानना है कि इस संबंध में व्यापक प्रचार करने की जरूरत है. हालांकि राज्य के सीइओ सुनील कुमार गुप्ता का कहना है कि उन्हें ऐसी किसी शिकायत की जानकारी नहीं है.