यह समय उनके लिए काफी कीमती है. समय का सदुपयोग करते हुए वे अपने लक्ष्य पर ध्यान दें. चाहे शिक्षा की बात हो या करियर की, छात्रों को अनुशासन में रह कर ही अपना काम करना चाहिए. जीवन में अनुशासन का बहुत महत्व है. अनुशासन के बिना वे आगे नहीं बढ़ सकते हैं. शिक्षा के साथ जीवन मूल्यों के साथ आगे बढ़ें, तभी उनकी डिग्री की सार्थकता है. राज्यपाल ने दीक्षांत समारोह में स्नातक, पीजी, पीएचडी व रिसर्च के क्षेत्र में कामयाब छात्रों को डिग्री देकर सम्मानित किया. समारोह में कई शिक्षाविद माैजूद रहे.
जब तक संभल रहा है, संभाल रहा हूं. जिस दिन लगेगा कि अब नहीं संभाल पा रहा हूं, उसी दिन अपना इस्तीफा दे दूंगा. इस्तीफा देकर फिर से शिक्षक के रूप में अध्यापन का काम करूंगा. गौरतलब है कि कुछ दिनों से उन पर राजनैतिक दबाव बढ़ रहा है. रीइंप्लायमेंट स्कीम को लेकर उन्हें उच्च शिक्षा विभाग में बुलाया गया था. इसके बाद वह तनाव में हैं. शनिवार को यूनिवर्सिटी कैंपस में जूटा व वेबकूटा के कमर्चारियों ने हस्ताक्षर अभियान चला कर रिटायर्ड शिक्षकों को रीइंप्लायमेंट स्कीम में रखने को लेकर लोगों से राय मांगी. इसके अलावा वहां के छात्रों ने विधानसभा में पास होनेवाले नये शिक्षा बिल की प्रतियां जला कर अपना प्रतिवाद जताया.