कोलकाता. काउंसिल ऑफ बोर्ड्स ऑफ स्कूल एजुकेशन इन इंडिया (सीओबीएसइ) की तीन दिवसीय बैठक का उद्घाटन गुरुवार को उच्च शिक्षा मंत्री डॉ पार्थ चटर्जी ने किया. उन्होंने कहा कि आज के दाैर में टेक्नोलोजी का काफी महत्व है. राज्य की शिक्षा व्यवस्था सुधारने के लिए नयी नीतियां बनाने के साथ पाठ्यक्रम में भी टेक्नोलोजी को […]
कोलकाता. काउंसिल ऑफ बोर्ड्स ऑफ स्कूल एजुकेशन इन इंडिया (सीओबीएसइ) की तीन दिवसीय बैठक का उद्घाटन गुरुवार को उच्च शिक्षा मंत्री डॉ पार्थ चटर्जी ने किया. उन्होंने कहा कि आज के दाैर में टेक्नोलोजी का काफी महत्व है. राज्य की शिक्षा व्यवस्था सुधारने के लिए नयी नीतियां बनाने के साथ पाठ्यक्रम में भी टेक्नोलोजी को जोड़ा जा रहा है.
इस क्रम में माध्यमिक और उच्च माध्यमिक में डिजिटल मार्कशीट बनाये जाने की योजना है. इससे मार्कशीट और प्रमाणपत्र हमेशा सुरक्षित रहेंगे. छात्रों के डॉक्यूमेंट्स का एक ऑनलाइन अकाउंट रहेगा. इसके अलावा स्कूल व कॉलेज में वर्चुअल क्लासेस शुरू की जायेंगी. इसके लिए राज्य सरकार ने 100 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है. स्कूल से कॉलेज तक के मेधावी छात्रों को स्कॉलरशिप देने के लिए 200 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गयी है. बोर्ड में स्क्रूटनी के लिए ई-प्रणाली व जीपीएस सिस्टम को अपग्रेड किया जा रहा है. शिक्षा का स्तर बढ़ाने के लिए प्री-प्राइमरी से लेकर 12वीं कक्षा तक पाठ्यक्रम में बदलाव करने के अलावा परीक्षा प्रणाली में भी प्रश्नपत्रों का मॉडल तैयार किया जा रहा है.
साथ ही टीचर्स ट्रेनिंग कार्यक्रम, इंडस्ट्री-कॉर्पोरेट हाऊस के बीच सहभागिता पर भी जोर दिया जा रहा है. गुरुवार को एचएचआइ में आयोजित उद्घाटन सम्मेलन में सीआइएससीइ के चैयरमैन डॉ. जी इमानुअल ने स्वागत भाषण दिया. सम्मेलन में 40 अलग बोर्ड से जुड़े प्रतिनिधियों ने भाग लिया. सम्मेलन में परीक्षा परिणाम जल्दी प्रकाशित करने व मूल्यांकन (असेसमेंट) के आधुनिक तरीकों पर विचार-विमर्श किया गया.
बोर्ड परीक्षा में पारदर्शिता व व्यावहारिकता बरतने के लिए आधुनिक टेक्नोलोजी के उपयोग पर विशेषज्ञों ने अपनी राय व्यक्त की. कई स्कूलों के प्रिंसिपलों ने भी भाग लिया. संगठन के महासचिव पूरन चंद ने धन्यवाद ज्ञापन दिया. यह पहली बार है कि सीओबीएसइ अपनी वार्षिक बैठक कलकत्ता में आयोजित कर रहा है. इस साल की थीम सीआइएससीइ बोर्ड ने तैयार की है. स्कूल में शिक्षा का स्तर बनाये रखना सीओबीएसइ का प्रमुख कार्य है. इसी को लक्ष्य कर यह सम्मेलन किया गया. इसमें नागालैंड बोर्ड की अध्यक्ष असानो सेखोसी सहित पूरे देश के प्रतिनिधियों ने भाग लिया.