सभी कर्मचारियों को बढ़ा हुआ डीए मिला, लेकिन परिवहन कर्मी इस डीए से वंचित रहे. अब डीए की मांग को लेकर कर्मचारियों ने राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी के समक्ष गुहार लगायी है. इसकी जानकारी देते हुए कलकत्ता ट्रामवेज कर्मचारी मोरचा के महासचिव रंजीत प्रसाद सिंह ने बताया कि उनके संगठन की ओर से राज्यपाल को ज्ञापन सौंप कर मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की गयी है.
कलकत्ता ट्रामवेज कंपनी (सीटीसी) के अंतर्गत लगभग 6000 कर्मचारी हैं, जिन्हें बढ़ा हुआ डीए नहीं मिल रहा है. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर से सरकारी कर्मचारियों के वेतन में 10 प्रतिशत की वृद्धि करने की घोषणा की है, जिसे जनवरी 2016 से लागू होना है. अब यह बढ़ा हुआ डीए भी परिवहन कर्मियों को मिलेगा या नहीं, इसे लेकर संशय बना हुआ है. उन्होंने बताया कि सिर्फ डीए ही नहीं बल्कि सरकारी कर्मचारियों के पीएफ का भी लगभग 130 करोड़ रुपये बकाया है, जिसका भुगतान नहीं किया जा रहा है.