मालदा. मालदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पाल में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाला एक गिरोह सक्रिय है. इस बात का खुलासा तब हुआ जब 56 फर्जी नियुक्ति पत्र बरामद किये गये. इन नियुक्ति पत्रों में मेडिकल कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल तथा उप-अधीक्षक के जाली हस्ताक्षर हैं. इस बात का खुलासा होते ही मेडिकल कॉलेज प्रबंधन में हड़कंप मचा हुआ है.
तत्काल ही इस मामले की शिकायत इंगलिश बाजार थाने में दर्ज करा दी गई है. मेडिकल कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल एम ए रशीद ने स्वयं यह शिकायत दर्ज करायी है. उन्होंने कहा है कि नकली हस्ताक्षर के जरिये नियुक्ति पत्र तैयार किये गये हैं. उन्होंने किसी को भी मेडिकल कॉलेज में नियुक्त नहीं किया है. किसी की भी नियुक्ति का अधिकार उनके तथा उप-अधीक्षक के पास नहीं है. फर्जी हस्ताक्षर तथा स्टाम्प बनाकर इस फर्जीवाड़े को अंजाम दिया गया है. इसके लिए मोटी रकम की लेन-देन हुई होगी.
पुलिस से मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है. इस बीच, मेडिकल कॉलेज सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दो पन्ने के इस नियुक्ति पत्र को 6 नवंबर को जारी किया गया है. इसमें वाइस प्रिंसिपल तथा कॉलेज के उप-अधीक्षक का हस्ताक्षर है. नियुक्ति पत्र में जिन लोगों के नाम हैं उसकी भी जांच की जा रही है. यह नियुक्ति पत्र मालदा मेडिकल कॉलेज में ग्रुप डी के पदों के लिए जारी किया गया है. इधर, मालदा मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ प्रतीप कुमार कुंडू भी आश्चर्यचकित हैं.
उन्होंने कहा कि इस मेडिकल कॉलेज में अद्भूत घटनाएं हो रही हैं. नकली हस्ताक्षर कर नियुक्ति पत्र तक जारी कर दिये जा रहे हैं. यह एक गंभीर मुद्दा है. थाने में शिकायत दर्ज करा दी गई है. कोई बहुत बड़ा गिरोह इस फर्जीवाड़े में लगा हुआ है. किस विभाग में कितने पदों की आवश्यकता है, इसकी जानकारी आम लोगों को नहीं हो सकती. शातिर दलालों के गिरोह ने ही इस मामले को अंजाम दिया है. उन्होंने इस मामले को लेकर कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल तथा उप-अधीक्षक का भी बचाव किया. उन्होंने साफ-साफ कहा कि यह लोग इस मामले से जुड़े हुए नहीं हैं. उनके फर्जी हस्ताक्षर नियुक्ति पत्र में किये गये हैं. फिर भी पुलिस को इस पूरे मामले की जांच करनी चाहिए और जो भी इस मामले में दोषी हो, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.
क्या कहते हैं मंत्री और एसपी
मालदा रोगी कल्याण समिति के चेयरमैन तथा मंत्री कृष्णेन्दू चौधरी का कहना है कि यह एक गंभीर मामला है. उन्होंने पुलिस से बातचीत कर इस मामले की जांच के आदेश दिये हैं. जो भी दोषी पाया जायेगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. दूसरी तरफ मालदा के पुलिस अधीक्षक प्रसुन्न बनर्जी ने कहा है कि फर्जी नियुक्ति पत्र जारी होने की संबंधी शिकायत इंगलिश बाजार थाने में दर्ज करायी गयी है. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.