आद्रा: दुर्गापूजा की छुट्टी में पुरी भ्रमण को गया शुभोजित मुखर्जी (28) नहाते समय समुद्र की लहरों के साथ बह गया. बचाने के क्रम में उसका भाई भी लहरों की चपेट में आ गया, लेकिन गोताखोरों ने उसे बचा लिया. आद्रा के वनियासोल निवासी शुभोजीत का छह महीने पहले ही विवाह हुआ है.
स्थानीय सूत्रों व पुरी थाने की पुलिस ने बताया कि आद्रा अग्रदुत दुर्गापूजा कमेटी के अध्यक्ष मनोज मुखर्जी के दो पुत्र शंकर मुखर्जी एवं शुभोजित मुखर्जी बीते शुक्रवार को अपनी पत्नियों के साथ पुरी भ्रमण को गये. रविवार को दोनों भाई अपनी पत्नियों के साथ समुद्र में स्नान कर रहे थे.
इस दौरान शुभोजित तेज लहर की चपेट में आ गया. उसे डूबता देख शंकर ने उसे बचाने का प्रयास किया, लेकिन वह भी डूबने लगा. उसे डूबता देख शोर-शराबे के बीच गोताखोरों ने उसे बेहोशी की हालत में बाहर निकाला. उसे पुरी के अस्पताल में भरती कराया गया. रविवार की शाम होश आने पर चिकित्सकों ने उसे स्वस्थ बताकर छोड़ दिया. रविवार को खबर आद्रा उनके पिता के पास पहुंची. अग्रदूत पूजा कमेटी में शोक छा गया. आनन-फानन में मूर्ति का विसजर्न कर अधिकांश सदस्य शुभोजित के माता-पिता एवं परिजनों को लेकर पुरी रवाना हो गये. रविवार देर रात वे पुरी पहुंचे एवं स्थानीय थाने में जाकर शुभोजित के बारे में जानकारी ली. सोमवार को पुरी थाने में उसके गुमशुदा होने की प्राथमिकी दर्ज की गयी. सोमवार को अग्रदूत के सदस्यों ने पुरी समुद्र तट के किनारे 25 किलोमीटर तट तक शुभोजित की तलाश की. गोताखोरों की भी मदद ली गयी. लेकिन शाम तक उसका कहीं कोई पता नहीं चला. घटना से आद्रा में शोक का माहौल है. शुभोजित मध्यप्रदेश के खंडवा के बिजली संयंत्र में कार्य करता था. छह महीने पहले ही उसका विवाह हुआ था.