अदालत सूत्रों के मुताबिक कुणाल ने कहा कि सारधा मामले में सिर्फ कानूनी धाराओं से खिलवाड़ कर उन्हें जेल में रोके रखने की साजिश रची जा रही है. कुणाल ने सारधा मामले में राज्यसभा के तृणमूल सांसद मिथुन चक्रवर्ती द्वारा इडी दफ्तर में रुपये वापस लौटाने के तरीके पर कड़ा प्रहार किया. उन्होंने कहा कि सारधा मामले की जांच से बचने के लिए कोई आरोपी रुपये वापस लौटा कर शांति की जिंदगी जी रहे है, यह मौका उन्हें क्यों नहीं दिया जा रहा. जब सारधा मामले की जांच श्यामल सेन कमीशन के अधीन था, उस समय उन लोगों ने रुपये क्यों नहीं लौटाये? रुपये लौटाकर इस मामले से बचने का मौका उन्हें क्यों नहीं मिल रहा. मामले की सुनवाई के दौरान कुणाल ने माननीय न्यायाधीश से आवेदन भरे शब्दों में कहा कि अन्य अदालतों में सारधा के अन्य मामले की जांच की चार्जशीट पेश की गयी, लेकिन सारधा टूर एंड ट्रैवल्स मामले की चार्जशीट पेश नहीं की जा रही, इसके कारण कृपया केंद्रीय जांच एजेंसियों को इस मामले की चार्जशीट पेश करने का निर्देश दें.
कानूनी प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कुणाल ने कहा कि सारधा मामले की जांच की प्रक्रिया को देखकर यह साबित हो रहा है कि आजकल कोर्ट राजनैतिक व प्रभावशालियों का बैठकखाना बन चुका है. सारधा मामले में अगर जल्द उनकी बातें नहीं मानी गयी तो वे अनशन समय पर शुरू करेंगे. इधर अदालत ने सभी पक्ष का सवाल सुनते हुए कुणाल के जेल हिरासत की अवधि 28 सितंबर तक बढ़ा दी.