लिलुआ के शांतिनगर इलाके में दोनों एक ही मकान में किराया पर रहते थे. दोनों की नौकरी रेलवे के लिलुआ वर्कशॉप में थी. पुलिस ने गौरांग को लिलुआ स्टेशन के पास से गिरफ्तार कर लिया, जब वह ओड़िशा भागने की फिराक में था. उसके पास से हथियार व दो राउंड कारतूस भी मिले हैं. जानकारी के मुताबिक, गौरांग ने सुनियोजित ढंग से गौरांग की हत्या की.
ड्यूटी से लौटने के बाद वह लक्खीधर को मीरपाड़ा स्थित एक सुनसान स्थान पर शराब पीने के बहाने ले गया. वहां दोनों ने बैठ कर शराब पी. नशे में धुत्त होने पर गौरांग ने पहले लक्खीधर की आंखों में एसिड फेंका. इसके बाद भुजाली से ताबड़तोड़ हमले कर दिये. रविवार सुबह स्थानीय लोगों की नजर खून में सने शव पर पड़ी. खबर पुलिस को दी गयी. पुलिस ने बताया कि घटनास्थल से खून से सनी भुजाली के अलावा कुछ आैर हथियार मिले हैं. हथियारों को जब्त किया गया है. गोराचांद को हथियार किसने दिया है, इसकी भी जांच की जा रही है.
जानकारी के मुताबिक, दोनों अच्छे दोस्त थे. दोनों करीब 24 घंटे साथ रहते थे. एक साथ काम पर जाते थे, एक ही मकान में रहते थे, लेकिन बताया जा रहा है कि दोनों के जीवन में एक लड़की के आने से रिश्ते खराब हो गये. लड़की को लेकर दोनों में झगड़े शुरू हो गये. कुछ दिनों पहले भी दोनों के बीच इसी वजह से झगड़ा हुआ था.