कोलकाता : चितपुर थाना अंतर्गत पाइकपाड़ा में वृद्ध दंपती रेणुका दास (75) और प्राण गोविंद दास हत्याकांड मामले में लूट के सामानों को बरामद कर पाने में पुलिस सफल रही है.
इस मामले में गिरफ्तार आरोपी संजय सेन उर्फ बाप्पा से पूछताछ के बाद पुलिस ने दो ठिकानों पर छापेमारी की. एक स्थान से हत्या के दौरान इस्तेमाल किया जाने वाला लोहे का पाइप व कपड़ा बरामद किया गया जबकि दूसरे स्थान से नकदी व सोने के गहने जब्त किये गये.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बाप्पा से पूछताछ के बाद पुलिस की एक टीम पूर्व मेदिनीपुर के नंदीग्राम के दाउदपुर स्थित उसके ससुराल पहुंची. उसकी पत्नी पूर्णिमा से पूछताछ के बाद पता चला कि बाप्पा ने नकद व गहनों से भरा एक पैकेट में उसे दिया था.
आरोप के मुताबिक घर के पास एक तालाब के निकट जमीन में गाड़ कर उक्त पैकेट को छिपाने में पूर्णिमा ने बाप्पा की मदद भी की थी. पुलिस ने उक्त पैकेट को बरामद किया जिसमें करीब 1.80 लाख रुपये व करीब 8 भरी वजन के सोने के गहने थे. गिरफ्तार आरोपी बाप्पा के बयान में शुरू से विसंगतियां पायी जा रही थी. अब उसकी पत्नी यानी हत्या के शिकार बने दंपती की पूर्व नौकरानी पूर्णिमा के बयान को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं.
शुरू में पूर्णिमा को इस मामले से दूर रखा जा रहा था लेकिन लूट की नकदी और गहनों की जानकारी उसे होने और पुलिस को इस बात से अंधेरे में रखने को लेकर उसको भी मामले में संदेह के दायरे में रखा जा रहा है. पुलिस जांच कर रही है कि वृद्ध दंपत्ती की हत्या की योजना की जानकारी उसे पहले से थी या नहीं. सूत्रों के अनुसार पुलिस दिये बयान में पूर्णिमा का कहना था कि अपनी बेटी के इलाज के लिए बाप्पा ने वृद्ध दंपती से आर्थिक मदद मांगी थी. उसे मदद नहीं मिली और अपमानित किया गया.
इस बात को लेकर बाप्पा काफी गुस्से में था. जांच का विषय है कि केवल आर्थिक मदद नहीं किया जाना ही हत्या का मूल मकसद है या फिर इसके पीछे लूट व अन्य कारण भी हैं. फिलहाल खबर लिखे जाने तक पूर्णिमा को गिरफ्तार नहीं किया गया था. इधर शनिवार को हत्याकांड के आरोपी बाप्पा को अदालत में पेश करने पर उसे 28 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है.
लूट के रुपये छिपाने नंदीग्राम गया था बाप्पा
नंदीग्राम : पाइकपाड़ा में दंपती की हत्या के बाद नंदीग्राम के दाउदपुर में अपनी ससुराल में अपनी बीमार बेटी को देखने नहीं, बल्कि लूट के रुपये छिपाने बाप्पा आया था. बाप्पा द्वारा हत्या किये जाने की बात उसकी पत्नी पूर्णिमा भी जानती थी. शुक्रवार को पूर्णिमा ने कहा था कि वह इस बाबत कुछ नहीं जानती थी.
उसने यह भी कहा था कि उसका पति यह काम नहीं कर सकता. शुक्रवार को जांच अधिकारियों ने उसके घर के पास से झाड़ियों से दंपती की हत्या के बाद लाये गये एक लाख 87 हजार रुपये व गहने का पैकेट भी बरामद किया था.
पूर्णिमा ने पुलिस की पूछताछ में स्वीकार किया है कि वह हत्या व लूट की बात जानती थी, लेकिन डर के मारे पुलिस को कुछ नहीं बता सकी थी. शुक्रवार रात पुलिस ने पूर्णिमा से पूछताछ भले की थी, लेकिन उसे गिरफ्तार नहीं किया था. शनिवार को पूर्णिमा ने कहा कि हत्या व लूट की बात वह जानती थी. बाप्पा ने घर आकर उसे हत्या तथा लूट की बात बतायी थी.
पहले उसने गहने का पैकेट घर में छिपाया था, लेकिन बाद में बांस की झाड़ियों में उसे छिपा दिया था. पूर्णिमा ने कहा कि उसका पति बाप्पा अपनी बेटी के संबंध में गलत बातें सहन नहीं कर सका था. आवेश में आकर ही उसने हत्या की थी. घर में जाने पर वृद्ध दंपती हमेशा ही बेटी के संबंध में गलत बातें कहते थे. रोज एक ही बात सुन कर वह आवेश में आ गया था.