हुगली. अखिल भारतीय इंटक के अध्यक्ष डॉ . जी. संजीव रेड्डी ने गुरु वार को मोगरा के कुंती घाट स्थित केशोराम रेयोन कारखाने के गेट पर आगामी दो सितम्बर को इंटक सहित देश के 10 केंद्रीय यूनियनों की अगुवाई में मोदी सरकार के जनविरोधी नीतियों के खिलाफ देश व्यापी हड़ताल करने का एलान किया.
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार मजदूरों से हड़ताल करने के हक को छीन लेना चाहती है. इसके लिए एक कानून बनाने जा रही है जो मजदूरों के हित में नहीं है. इस कानून से मालिकों के हाथ मजबूत होंगे और वे मजदूरों पर अत्याचार करेंगे. इसलिए इंटक इसका विरोध करती है. इसके विरोध के लिए सीटू , बीएमएस सहित 10 ट्रेड यूनियनों के सहयोग से देश व्यापी हड़ताल करने का फैसला लिया है.
उस कानून में है कि अगर कोई मजदूर अगर कारखाने में हड़ताल करता है तो उसे पांच साल की सजा होगी और अगर यूनियन हड़ताल करती है तो उसे पांच लाख रु पये जुर्माना भरना पड़ेगा. उन्होंने ममता बनर्जी के बारे में कहा कि जब वह विरोधी नेत्री थी तब हड़ताल उनका हथियार था. आज वो भी कारखाने के मालिक के पक्ष में बात करती हैं व हड़ताल का विरोध करती है.
बाद में वे केशोराम रेयोन कारखाने के प्रबंधन के साथ मजदूरों के नौ महीने से बकाये चार्टेड ऑफ डिमांड के बारे में एक बैठक भी की . इस बैठक में प्रबंधन की ओर से चीफ प्रोडक्शन मैनेजर प्रशांत त्रिवेदी, सीपीओ टीके दत्त , एच आइ आर . एस चौधरी और इंटक की ओर से इंटक के राज्य अध्यक्ष रमेन पांडेय, सचिव अजित चक्र वर्ती, मास्टर निजाम, चन्द्र लेखा पांडेय, शरण सेन, परमेश्वर सिंह, जय प्रकाश साहा, आदित्य बिस्वास सहित कई यूनियन के नेता मौजूद थे. जहां प्रबंधन ने भरोसा दिया कारखाने के चार यूनियनों के साथ बैठकर समस्या का समाधान करेंगे.