22.2 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

धर्मेंद्र महाराज का जोड़

अपने पिता व्यास मुनि से श्रीमद्भागवत कथा सुनने के बाद शुकदेव जी ने कहा : मैं आपको क्या दक्षिणा दूं. तब वेदव्यास ने कहा कि जो श्रीमद्भागवत कथा मुझसे सुने हो उसका जगत में प्रचार-प्रसार करो. संसार का अद्वितीय ग्रंथ महाभारत है. दयानंद सरस्वती ने भी इसे आर्ष ग्रंथ कहा है. ऐसे अद्वितीय ग्रंथ लिखने […]

अपने पिता व्यास मुनि से श्रीमद्भागवत कथा सुनने के बाद शुकदेव जी ने कहा : मैं आपको क्या दक्षिणा दूं. तब वेदव्यास ने कहा कि जो श्रीमद्भागवत कथा मुझसे सुने हो उसका जगत में प्रचार-प्रसार करो. संसार का अद्वितीय ग्रंथ महाभारत है. दयानंद सरस्वती ने भी इसे आर्ष ग्रंथ कहा है. ऐसे अद्वितीय ग्रंथ लिखने के बावजूद भी उन्हें तृप्ति और आनंद नहीं मिला. नारद के कहने पर वेदव्यास ने श्रीमद्भागवत कथा को लिखा तभी उन्हें सचमुच ब्रह्मानंद की प्राप्ति हुई.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें