जिले के 332 पंचायतों में एक साथ हुई साक्षरता महापरीक्षा
गया : साक्षर भारत मिशन के तहत जिले के सभी 332 पंचायतों में रविवार को जिला लोक शिक्षा समिति द्वारा बुनियादी साक्षरता महापरीक्षा आयोजित की गयी. इस महापरीक्षा में नामांकन से अधिक महिलाओं ने भाग लिया. उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 28 अगस्त से संकुल संसाधन केंद्रों में किये जायेंगे.
इसी मूल्यांकन प्रतिवेदन के आधार पर राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान द्वारा बुनियादी साक्षरता का सर्टिफिकेट दी जायेगी. जिला लोक शिक्षा समिति के सचिव डॉ टीएच खान ने बताया कि साक्षर भारत मिशन के तहत नामांकित 28700 नवसाक्षर महिलाओं को बुनियादी साक्षरता महापरीक्षा में शामिल होना था.
लेकिन, इसमें अधिक महिलाएं शामिल हुईं. उन्होंने बताया कि इस महापरीक्षा में साक्षर भारत कार्यक्रम व पूर्व के साक्षर कार्यक्रमों से शिक्षित या अन्य किसी भी प्रयास से साक्षर 15 साल से अधिक उम्र के महिला–पुरुष भाग लेकर बुनियादी साक्षरता का सर्टिफिकेट हासिल कर सकते हैं. पहले चरण में 17 मार्च को महापरीक्षा का आयोजन किया गया था. तब 71200 महिलाएं महापरीक्षा में शामिल हुई थीं.
जिले के 332 पंचायतों में मिडिल स्कूल स्थित सभी लोक शिक्षा केंद्रों पर महापरीक्षा आयोजित की गयी. 28 अगस्त से संकुल संसाधन केंद्रों पर मूल्यांकन का कार्य किया जायेगा. उन्होंने बताया कि दो–तीन दिनों में मूल्यांकन–कार्य पूरा कर रिपोर्ट राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान को भेज दी जायेगी.
मानपुर प्रतिनिधि के अनुसार, पूरे प्रखंड क्षेत्र में 1080 लोगों ने महापरीक्षा के लिए निबंधन कराया था. इसमें से 811 लोगों ने परीक्षा दी. बीइओ अजीत कुमार सिंह, प्रखंड कार्यक्रम समन्वयक संत कुमार व नीलम कुमारी ने परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया. इस परीक्षा में 15 से 35 वर्ष के लोग शामिल हुए. इस प्रखंड के सभी बारह पंचायतों के मध्य विद्यालयों को परीक्षा केंद्र व प्रधानाध्यापक को केंद्राधीक्षक बनाया गया था.
लखनपुर पंचायत में 123, शादीपुर में 78, भदेजा में 80, भोरे में 75, सनौत में 80, नौरंगा में 70, ननौक में 90, शेखा बिगहा में 90, कइया में 32, गेरे में 89 व बारा गंधार में 54 परीक्षार्थी शामिल हुए. कोंच प्रतिनिधि के अनुसार, नवसाक्षरों को साक्षर करने के अभियान के तहत कोंच प्रखंड क्षेत्र में आयोजित महापरीक्षा फ्लॉप साबित हुई. रविवार को प्रखंड क्षेत्र में आयोजित महापरीक्षा में जिला से लेकर प्रखंड स्तर के अधिकारी व कर्मचारी परीक्षा के नाम पर लीपापोती करते नजर आये.
दो–चार केंद्रों के अलावा किसी भी केंद्र पर सूचना के अभाव में परीक्षार्थी केंद्र तक नहीं पहुंच पाये. जानकारी के अनुसार, कोंच प्रखंड के प्रत्येक पंचायत में एक केंद्र बनाया गया था. जबकि, इसके पूर्व प्रत्येक पंचायत में दो केंद्र बनाये गये थे. प्रखंड के केआरपी द्वारा कई पंचायतों में केंद्र का स्थानांतरण करने से परीक्षार्थी भाग–दौड़ करते नजर आये. प्रखंड क्षेत्र में स्थित मध्य विद्यालय कोंच, मुड़ेरा, सिंदुआरी, खजुरी, जहाना आदि सहित अन्य केंद्रों पर प्रधानाध्यापक विद्यालय खोल कर बैठे रहे.
लेकिन, परीक्षा केंद्र पर न तो परीक्षार्थी नजर आये और न ही उत्प्रेरक. इस संबंध में केआरपी मुंद्रिका रजक ने बताया कि विगत 10 माह से कार्य करने के बावजूद उत्प्रेरकों के मानदेय का भुगतान नहीं होना भी इस कार्यक्रम की विफलता का कारण है. इमामगंज प्रतिनिधि के अनुसार, इमामगंज प्रखंड क्षेत्र के सभी मध्य विद्यालयों में रविवार को महापरीक्षा आयोजित की गयी.
इसमें 1260 महिलाओं व 323 पुरुषों ने भाग लिया. इसके लिए कई दिनों से तैयारी की जा रही थी. पूरे क्षेत्र में कदाचार मुक्त परीक्षा संपन्न कराने के लिए सभी केंद्रों पर संबंधित उत्प्रेरक मौजूद रहे. इस दौरान प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी शंभु प्रसाद ने लगभग सभी केंद्रों का निरीक्षण किया. गुरुआ/अतरी प्रतिनिधि के अनुसार, प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में महादलितों की महापरीक्षा रविवार को हुई. इसमें प्रखंड के सभी सोलह पंचायतों के मध्य विद्यालय को परीक्षा केंद्र बनाया गया.
इस संबंध में मध्य विद्यालय गुरुआ के प्रधानाध्यापक ने बताया कि सभी केंद्रों पर परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से हुई. अतरी प्रखंड के आठ पंचायतों में 720 परीक्षार्थियों ने भाग लिया. इसमें कुल 582 महिलाएं शामिल हुईं.
बीइओ हरिकृष्ण झा की देखरेख में परीक्षा के सफल संचालन में 48 टोला सेवक व 16 प्रेरक शामिल हुए. शेरघाटी प्रतिनिधि के अनुसार शेरघाटी प्रखंड के सभी पंचायतों में साक्षरता मिशन के तहत महापरीक्षा का आयोजन किया गया. समन्वयक अजय कुमार ने बताया कि उक्त परीक्षा में 810 नवसाक्षरों ने भाग लिया. टनकुप्पा प्रतिनिधि के अनुसार, साक्षर भारत कार्यक्रम के तहत टनकुप्पा प्रखंड के 10 व फतेहपुर प्रखंड के 19 पंचायतों में रविवार को आयोजित महापरीक्षा शांतिपूर्ण संपन्न हुई.
परीक्षा सुबह 10 बजे से शाम के चार बजे तक चली. बीइओ नरेंद्र प्रसाद सिंह, रवींद्रनाथ पाठक, प्रखंड कार्यक्रम समन्वयक प्रमोद कुमार व किरण सिंह ने बताया कि इस महापरीक्षा में टनकुप्पा प्रखंड के कुल 900 व फतेहपुर प्रखंड के कुल 1713 नवसाक्षर परीक्षार्थी शामिल हुए. परीक्षा के लिए प्रखंड के प्रत्येक पंचायत के मध्य विद्यालय में केंद्र बनाया गया था. यहां के प्रधानाध्यापक को केंद्राधीक्षक बनाया गया था, उनके सहयोग के लिए पंचायत के प्रेरक व टोला सेवक को तैनात किया गया था.
वजीरगंज प्रतिनिधि के अनुसार, साक्षर भारत मिशन द्वारा प्रखंड के सभी पंचायत मुख्यालयों में संचालित लोक शिक्षा केंद्रों पर बुनियादी महापरीक्षा सफलतापूर्वक हुई. इसकी जानकारी देते हुए कुसुम माथुरी ने बताया कि बीइओ सभी केंद्रों पर लक्ष्य के अनुरूप नवसाक्षरों ने भाग लिया. बीइओ ने बताया कि ग्रामीणों के बीच कृषि कार्य की अतिव्यस्तता के बावजूद प्रेरकोंके सहयोग से देर शाम तक महिला–पुरुष परीक्षा देने केंद्रों पर आते रहे.