कोलकाता: पढ़ाई के लिए राज्य के बाहर से महानगर आने वाले दो छात्रों ने रैगिंग का शिकार होकर राज्य छोड़ने का निर्णय लिया है. छात्रों के नाम आमिर सोहेल और वंचित कुंडलिया बताये गये हैं. आमिर लखनऊ और वंचित देहरादून का रहनेवाला है. दोनों छात्रों के अभिभावकों ने घटना की जानकारी मिलने के बाद उसे पढ़ाई के लिए दूसरे राज्य में ले जाने का फैसला किया.
दोनों छात्रों के अभिभावकों के मुताबिक बीटेक की पढ़ाई के लिए गत सात अगस्त को महानगर के तारातल्ला स्थित मेरिन इंजीनियरिंग एंड रिसर्च इंस्टीटय़ूट में दोनों छात्रों ने प्रथम वर्ष में दाखिला लिया था. आरोप है कि इसके बाद से उन दोनों छात्रों पर लगातार अत्याचार किया जा रहा था. दोनों को जबरन क्लास रूम में सिगरेट पीने को कहा जाता था. बिना कारण दोनों को सजा दे दी जाती थी. यह काम नहीं करने पर दोनों के साथ मारपीट भी की जाती थी. छात्रों का आरोप है कि कॉलेज के निदेशक से शिकायत करने पर भी कोई फायदा नहीं हुआ.
अंत में परेशान होकर दोनों ने महानगर छोड़ने का निर्णय लिया. शुक्रवार को दोनों छात्रों के अभिभावकों ने तारातल्ला थाने में कॉलेज के निदेशक के खिलाफ लापरवाही की शिकायत दर्ज करायी. मामले पर कॉलेज के निदेशक एमके घोष ने कॉलेज पर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया. उन्होंने कहा कि कॉलेज में एक एंटी रैगिंग सेल पहले से ही बनायी गयी है, लिहाजा इस तरह के आरोप का कोई आधार ही नहीं है. कॉलेज का सिलेबस कड़ा होने के कारण ही छात्रों ने यहां से दूसरे राज्य में वापस जाने का फैसला लिया है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.