इसके कारण मकर संक्रांति का पुण्य स्नान 14 जनवरी की देर रात से शुरू होगा और 15 जनवरी को दिन भर चलेगा. इसके कारण देश के विभिन्न कोने से गंगासागर आनेवाले अधिकतर श्रद्धालु 15 जनवरी को ही सागर में डुबकी लगायेंगे. उन्होंने कहा कि देशभर में इस तिथि के बीच कोई बड़ा कुंभ मेला नहीं होने के कारण इस वर्ष 10 लाख लोगों के यहां आने का अनुमान लगाया जा रहा है. भीड़ से बचने के कारण 14 जनवरी के पहले से ही कपिलमुनी के मंदिर में लोगों का आना शुरू हो गया है. जिनके घर में बुजुर्ग लोग हैं, वे पहले ही उन्हें यहां मंदिर लाकर देवताओं के दर्शन कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत ज्ञानदास महाराज नासिक में हैं. वह मंगलवार को कोलकाता आ रहे हैं.
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गंगासागर पहुंचने लगा है श्रद्धालुओं का हुजूम, आस्था का पवित्र स्नान 15 जनवरी को
कोलकाता: इस वर्ष गंगासागर मेला में जानेवाले श्रद्धालुओं के लिए 14 जनवरी की देर रात से पवित्र स्नान का मुहूर्त लगने के कारण लोग 15 जनवरी को सागर में डुबकी लगायेंगे. सोमवार को गंगासागर तट पर स्थित कपिलमुनि मंदिर में अखिल भारतीय श्रीपंच निर्माणजी अनी अखाड़ा के महासचिव महंत गौरी शंकर दास महाराज ने इसकी […]
कोलकाता: इस वर्ष गंगासागर मेला में जानेवाले श्रद्धालुओं के लिए 14 जनवरी की देर रात से पवित्र स्नान का मुहूर्त लगने के कारण लोग 15 जनवरी को सागर में डुबकी लगायेंगे. सोमवार को गंगासागर तट पर स्थित कपिलमुनि मंदिर में अखिल भारतीय श्रीपंच निर्माणजी अनी अखाड़ा के महासचिव महंत गौरी शंकर दास महाराज ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि माघ कृष्णपक्ष 14 जनवरी की रात को एक बजकर 20 मिनट पर सूर्य मकर राशि में प्रवेश कर रहा है.
श्रद्धालुओं के लिए बनाये जा रहे शिविर
मेले की तैयारियों का जायजा लेने के लिए दक्षिण 24 परगना के जिलाधिकारी शांतनु बोस के अलावा जिले के एसपी प्रवीण त्रिपाठी भी मंगलवार को सागर मेला प्रांगण पहुंचे. मौके पर जिलाधिकारी शांतनु बोस ने कहा कि इस बार अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना के कारण गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष 250 से ज्यादा शिविर बनाये जा रहे हैं. पिछले वर्ष इसकी संख्या 200 से कम थी. श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए मंदिर के पास ही 400 कमरों का स्थायी घर बनाया जा रहा है, जिसमें 150 से ज्यादा घरों को बनाने का काम पूरा कर लिया गया है. बचे घन अगले साल तक पूरे हो जायेंगे. यहां रहनेवालों को सरकार की तरफ से मुफ्त में खाने की व्यवस्था भी की गयी है. सागर मेले के पास बनने वाले घरों में सफेद नीला रंग करने का काम भी अंतिम स्तर पर है. मेला प्रांगण में चारों ओर सागर के किनारे होगला का अस्थायी शिविर बनाने का कार्य जोरों पर चल रहा है. इसके साथ ही अस्थायी शौचालय भी बनाये जा रहे हैं. यात्रियों के लिए बैकों की ओर से एटीएम काउंटर भी खोले जा रहे हैं.
सागरतट में पुरोहितों को सरकार ने दिया पहचान पत्र
शांतनु बोस ने बताया कि सागरतट में जो पुरोहित पूजा-पाठ में वहां रहते हैं, सभी को पहचानपत्र दिया गया है, जिससे बाहरी लोग वहां प्रवेश नहीं कर सकें. उन्होंने कहा कि पुलिस की तरफ से भी इन सभी को पहचान पत्र दिया जा रहा है. यहां की सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है. सफेद पोशाक में पुरुष के अलावा महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की जायेगी. 10 जनवरी से ही सागर मेले में सुरक्षा के लिए उन्हें ड्यूटी पर लगाया जायेगा.
कचुबेरिया में बनाया गया भव्य द्वार
जिलाधिकारी ने बताया कि नदी लॉट आठ से नदी पार करनेवाले श्रद्धालु जब कचुबेरिया पहुंचेंगे, तो एक भव्य द्वार उनका स्वागत करेगा. वहां से होकर लोग बस से कपिलमुनि मंदिर में पहुंचेंगे. यहां सरकार की तरफ से फूडकोर्ट को भी दिखाया गया. उन्होंने कहा कि काफी कम कीमत पर इस फूडकोर्ट में लोग लजीज खाने का आनंद ले सकेंगे. सड़क निर्माण का काम भी जोरो पर है.
छह हजार पुलिस फोर्स मेला प्रांगण में रहेंगे तैनात
मेले की सुरक्षा व्यवस्था पर दक्षिण 24 परगना के पुलिस अधीक्षक प्रवीण त्रिपाठी ने कहा कि इस वर्ष छह हजार पुलिसकर्मियों को मेला प्रांगण में तैनात किया जायेगा. इनमें पुरुष के अलावा भारी संख्या में महिला पुलिसकर्मी भी शामिल रहेंगी. सुरक्षा के लिए कोलकाता पुलिस से ड्रोन की मदद ली जा रही है. इससे पूरे मेला प्रांगण में आकाश मार्ग से श्रद्धालुओं की सुरक्षा की जायेगी. इसके अलावा 18 अतिरिक्त एसपी, 55 डीएसपी, 140 इंस्पेक्टर के साथ 2500 कांस्टेबल के अलावा निजी सुरक्षासेवक भी तैनात रहेंगे. कुल 33 वॉच टावर लगाये जायेंगे. 75 सीसीटीवी कैमरे लगाये जा रहे हैं, जिसमें 23 कैमरे मूविंग होंगे. दो बम निरोधी दस्ते भी तैनात किये जा रहे हैं.
साधुओं ने डीएम व एसपी को घेर कर किया प्रदर्शन
सागरमेले का दौरा करने पहुंचे दक्षिण 24 परगना जिले के जिलाधिकारी शांतनु बोस व एसपी प्रवीण त्रिपाठी को घेर कर साधुओं ने प्रदर्शन किया. उन्होंने करीब आधे घंटे तक प्रदर्शन किया. साधुओं का आरोप था कि मेला प्रांगण में उनके तकरीबन 45 अस्थायी छावनी को कंक्रीट का किया गया है. इसमें प्रत्येक साधुओं ने 65 हजार रुपये खर्च किया है, इसके कारण आज उनके पास एक कंक्रीट का एक स्थायी आशियाना है. इनमें ही साधु रहते हैं और धूनि रमाते हैं, लेकिन मेला में सुरक्षा को लेकर पुलिस की तरफ से उनकी कुटिया के सामने लंबा बैरिकेड बनाया जा रहा है, जिससे रास्ता और भी छोटा हो जायेगा. ऐसे में लोग ज्यादा होने पर जाम व भगदड़ की स्थिति हो सकती है, लिहाजा इस बैरिकेड को हटाया जाय. उन्होंने कहा कि बैरिकेड रहने से भक्तों को भी उनके पास पहुंचने में काफी कठिनाई होगी. इस कारण बैरिकेड हटाया जाय. बैरिकेड रहने से भक्तों के साथ उन्हें भी काफी परेशानी होगी. दोनों ही प्रशासनिक अधिकारियों ने बातचीत कर इस समस्या का हल निकाल लेने का आश्वासन दिया, जिसके बाद प्रदर्शनकारी शांत हो गये.
कई सेवा शिविरों का आज होगा उदघाटन
अखिल भारतीय प्रगतिशील सुलतानपुर समाज का गंगासागर तीर्थयात्रियों के लिए सेवा शिविर का उदघाटन, शाम 5 बजे, आउट ट्राम घाट.
गोरखपुर नागरिक संघ का गंगासागर तीर्थयात्रियों के लिए सेवा शिविर का उदघाटन, शाम 4 बजे, आउट्रम घाट (बाबूघाट).
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