कोलकाता: टैक्सी चालकों पर पुलिस की ज्यादती सहित विभिन्न मांगों के समर्थन में चल रहे आंदोलन में वामपंथी टैक्सी संगठन सीटू व एटक में मतभेद उभर कर सामने आया है. दोनों वामपंथी श्रमिक संगठनों की ओर से 19 दिसंबर को संयुक्त रूप से नवान्न अभियान और टैक्सी हड़ताल का आह्वान किया गया था.
इसी दिन बंगाल टैक्सी एसोसिएशन ने भी टैक्सी हड़ताल का आह्वान किया है, लेकिन बुधवार को एटक समर्थित टैक्सी संगठन, कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन के महासचिव तथा वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरेटर्स को-आर्डिनेशन कमेटी के संयोजक नवल किशोर श्रीवास्तव ने एटक कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में सीटू नेताओं पर संकीर्ण राजनीति करने का आरोप लगाते हुए 19 दिसंबर के नवान्न अभियान में शामिल नहीं होने की घोषणा की, लेकिन इसके साथ ही साफ कर दिया कि एटक समर्थित सभी टैक्सी चालक इस दिन के टैक्सी हड़ताल को सफल बनाने में पूरी ताकत लगा देंगे.
इस अवसर पर टैक्सी संगठन के एकराम खान, अवनीश शर्मा, अरूप मंडल व मुकेश तिवारी उपस्थित थे. श्री श्रीवास्तव ने आरोप लगाया कि सोमवार को सीटू के राज्य सचिव व अन्य सीटू नेताओं ने संवाददाता सम्मेलन किया था तथा उस संवाददाता सम्मेलन में 19 की टैक्सी हड़ताल के संबंध में घोषणा की गयी. उन्होंने कहा कि सीटू व एटक ने संयुक्त रूप से टैक्सी हड़ताल व नवान्न अभियान की घोषणा की थी. ऐसी स्थिति में टैक्सी आंदोलन के संबंध में किसी भी घोषणा में एटक के राज्य सचिव रणजीत गुहा व टैक्सी संगठन के नेताओं को भी शामिल किया जाना चाहिए था.
ऐसा नहीं करने से वे लोग अपमानित महसूस कर रहे हैं और ऐसा लग रहा है कि एटक के टैक्सी संगठन की लोकप्रियता से सीटू नेता घबरा गये हैं. इस कारण ही उन लोगों ने नवान्न अभियान से अलग होने का निर्णय किया है. दूसरी ओर, सीटू के नेता व पूर्व मंत्री अनादि साहू ने कहा कि सोमवार को संवाददाता सम्मेलन, परिवहन श्रमिकों की 23 दिसंबर के सम्मेलन को लेकर बुलाया गया था. सीटू व एटक ने संयुक्त रूप से नवान्न अभियान व हड़ताल का आह्वान किया था. उन लोगों की मंशा किसी तरह से एटक को नीचा दिखाने की नहीं थी. वे लोग संयुक्त आंदोलन के पक्षधर हैं तथा जरूरत हुई तो फिर इस संबंध में एटक से बातचीत करेंगे.