कोलकाता: टैक्सी चालकों पर पुलिस के जुल्म विरोध में हावड़ा में गुरुवार से शुरू हुई टैक्सी बॉयकाट शुक्रवार को भी असरदार रहा. हावड़ा में टैक्सी हड़ताल का आह्वान वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरेटर्स को-ऑर्डिनेशन कमेटी (एटक समर्थित) तथा कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन (एटक) ने किया था.
वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरेटर्स को-ऑर्डिनेशन कमेटी (एटक समर्थित) के संयोजक तथा कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन (एटक) के महासचिव नवल किशोर श्रीवास्तव ने शुक्रवार को एटक कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में श्री श्रीवास्तव ने दावा किया कि गुरुवार की तुलना में शुक्रवार को हावड़ा में हड़ताल और भी असरदार रहा है, लेकिन गुरुवार को पुलिस की भूमिका अत्यंत ही निंदनीय रही. राज्य में सभी विरोधियों को सभा करने का अधिकार है,लेकिन उन लोगों के प्रजातांत्रिक अधिकार का हनन किया गया है.
उन्होंने कहा कि टैक्सी चालक घूरन साव को पीटनेवाले पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए. इसके साथ ही शौचालय की असुविधा, पार्किग की समस्या, नो रिफ्यूजल के नाम पर जुर्माना से टैक्सी चालक परेशान है. ऐसी स्थिति में उन लोगों को आंदोलन के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा है. उन्होंने कहा कि एक दिसंबर से 31 दिसंबर तक टैक्सी चालकों द्वारा हस्ताक्षर अभियान चलाया जायेगा.
हस्ताक्षर की प्रति मुख्यमंत्री को भेजी जायेगी. उन्होंने कहा कि हावड़ा में पुलिस अत्याचार के खिलाफ 22 दिसंबर को नवान्न अभियान किया जायेगा. दो सप्ताह तक हावड़ा प्रशासन को समय दे रहे हैं, यदि उन लोगों की मांगें नहीं मानी गयी, तो वे लोग हावड़ा में बेमियादी टैक्सी हड़ताल पर भी विचार कर रहे हैं. टैक्सी रिफ्यूजल के नाम पर जबरन केस देने के मामले पर संगठन की ओर से अदालत में मामला किया गया है. दो दिसंबर को इसकी सुनवाई होगी.