कोलकाता: राज्य में चिटफंड घोटाले का परदाफाश होने के बाद ग्राहकों से पैसे जमा लेने वाली चिटफंड कंपनियों पर कार्रवाई शुरू हो चुकी है. साथ ही चिटफंड चलाने वाले कंपनी समूहों के अन्य व्यवसाय भी अब निशाने पर आ गये हैं. इसी क्रम में लघु स्तर पर कर्ज देने वाली कुछ माइक्रो फाइनेंस कंपनियों की जान भी सांसत में फंसती दिख रही है.
माना जा रहा है कि अब ऐसी कंपनियों पर नियामक संस्थाओं व सरकार की गाज गिर सकती है जो माइक्रो फाइनेंस कंपनी की आड़ में या फिर उसका सहारा लेकर चिटफंड का कारोबार कर रही हैं. राज्य के पूर्व आवासन मंत्री गौतम देव ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी पर माइक्रो फाइनेंस कंपनी चलाकर पैसे जुटाने का आरोप लगाया है. उन्होंने अभिषेक पर चिटफंड कंपनी भी चलाने का आरोप जड़ा है.
कहा यह जा रहा है कि अभिषेक के सीएम से संबंधों का हवाला देकर जनता में कंपनी और कंपनी समूह के ब्रांड को मजबूत किया गया. और भोली-भाली जनता ने माइक्रो फाइनेंस और चिटफंड में कोई अंतर न समझ कर अपनी गाढ़ी कमाई चिटफंड कंपनियों के हवाले कर दिया.