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रैगिंग के शिकार छात्र की अस्वाभाविक मौत
मालदा : दसवीं कक्षा के एक मेधावी छात्र की अस्वाभाविक मौत के मामले में उसके चार दोस्तों के खिलाफ उसके साथ रैगिंग किये जाने का आरोप लगा है. घटना बामनगोला थाना क्षेत्र के पाकुआहाट ग्राम पंचायत की है. पाकुआ के गांगुरिया सारदा वाणीपीठ आश्रम प्रबंधन ने इस मामले में चुप्पी साध ली है. मृत छात्र […]
मालदा : दसवीं कक्षा के एक मेधावी छात्र की अस्वाभाविक मौत के मामले में उसके चार दोस्तों के खिलाफ उसके साथ रैगिंग किये जाने का आरोप लगा है. घटना बामनगोला थाना क्षेत्र के पाकुआहाट ग्राम पंचायत की है. पाकुआ के गांगुरिया सारदा वाणीपीठ आश्रम प्रबंधन ने इस मामले में चुप्पी साध ली है. मृत छात्र की मां का कहना है कि आश्रम के चार आवासिक छात्रों के खिलाफ उनके बेटे के साथ रैगिंग व उसे आत्महत्या के लिए मजबूर करने की शिकायत दर्ज करायी है.
बामनगोला थाना की पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है. मृत छात्र का नाम शुभद्वीप राय (16) है. वह इंग्लिशबाजार थाना के मालंचपल्ली इलाके का रहनेवाला था. छात्र के पिता निर्मल राय काफी पहले ही गुजर गये थे. मां शिखा देवी एक निजी नर्सिग होम में काम करती हैं. पांचवीं कक्षा से शुभद्वीप गांगुरिया सारदा वाणीपीठ में पढ़ता था. नौवीं कक्षा में जाने के बाद उसने आश्रम का होस्टल छोड़ दिया था और आश्रम के पास एक घर किराये पर लेकर रहता था. आज सुबह उसके घर के खुले बरामदे से उसका लटकता शव बरामद किया गया. पुलिस ने बताया कि घर का मालिक पीछे की तरफ रहता है. सुबह उन्होंने शुभद्वीप का शव देख कर पुलिस को खबर की. पुलिस घटनास्थल पर पहुंच कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. प्राथमिक जांच के आधार पर पुलिस को पता चला है कि शुभद्वीप के शरीर पर लड़कियों की पोशाक थी और वह लड़की की तरह ही सजा था. किसलिए शुभद्वीप ने लड़कियों के कपड़ पहने, पुलिस समझ नहीं पा रही है.
शुभद्वीप की मां का कहना है कि शुक्रवार दोपहर को उनके पास आश्रम से उनके बेटे का फोन आया था. फोन पर उसने कहा था कि आश्रम के कुछ दोस्त उस पर अत्याचार कर रहे हैं. इस तरह से वह बच नहीं पायेगा. मां तुम उन्हें मत छोड़ना. उन्हें सजा जरूर देना. उसकी मां ने आगे कहा कि उनका बेटा जब इस तरह की बातें कर रहा था, तो उन्हें कुछ समझ में नहीं आया. आज सुबह पुलिस व आश्रम प्रबंधन ने उनके बेटे की अस्वाभाविक मौत की खबर दी. शुभद्वीप काफी मेधावी छात्र था. इसलिए कुछ छात्र उसके पीछे पड़ गये थे. उनके बेटे को लड़की बना कर उसके साथ सेक्सुअल टॉर्चर किया जाता था. शिखा देवी ने उनके बेटे ने जिन चार छात्रों का नाम बताया था, उनके खिलाफ सजा की मांग की. आश्रम के अधिकारी मिलय चक्रवर्ती ने घटना को दुखद बताते हुए कहा कि शुभद्वीप ने कभी भी उसके साथ हो रहे रैगिंग के बारे में कुछ नहीं कहा. अगर यह सच होता तो उन्हें जरूर पता चलता. उन्होंने पुलिस को मामले की जांच करने के लिए कहा.
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