* राज्यपाल से मिलने पहुंचीं मीरा पांडेय ने कहा
कोलकाता : राज्य सरकार व राज्य चुनाव आयोग के बीच खींचतान बढ़ती ही जा रही है. राज्य में हो रही हिंसक घटनाओं की जानकारी देने के लिए शनिवार को राज्य चुनाव आयोग की आयुक्त मीरा पांडेय राज्यपाल एमके नारायणन से मिलने के लिए राजभवन पहुंचीं.
* विरोधी दलों के उम्मीदवारों को बाधा
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, राज्य चुनाव आयुक्त ने राज्यपाल को राज्य के जिलों में हो रही हिंसक घटनाओं से अवगत कराया. श्रीमती पांडेय ने बताया कि राज्य के सभी जिलों से ही ऐसी खबरें आ रही हैं कि विरोधी पार्टी के नेताओं को नामांकन दाखिल करने से रोका जा रहा है. ऐसी स्थिति होने के बावजूद केंद्र सरकार ने यहां सशस्त्र बल भेजने से इनकार कर दिया है. ऐसी स्थिति में यहां पंचायत चुनाव के दौरान हिंसा हो सकती है.
हालांकि एमके नारायणन से मुलाकात के बाद चुनाव आयुक्त ने संवाददाताओं से बातचीत नहीं की. उनकी राज्यपाल से यह मुलाकात मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पांच जून के उस बयान के बाद हुई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि केंद्र ने दो जुलाई से शुरू हो रहे तीन चरणों के पंचायत चुनाव के लिए केंद्रीय बल भेजने में अपनी असमर्थता जतायी है.
राज्य सरकार ने इससे पहले चुनाव ड्यूटी के लिए केंद्रीय बलों की 300 कंपनियों की मांग की थी. गौरतलब है कि कलकत्ता उच्च न्यायालय ने पिछले माह राज्य सरकार से कहा था कि वह सुरक्षाकर्मियों की कमी को अन्य राज्यों या केंद्र से बल मंगवाकर पूरी करे.