तीन दिवसीय श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव धूमधाम से संपन्न
कोलकाता : गौड़ीय मिशन ने 100वां जन्माष्टमी महोत्सव त्रिदिवसीय आयोजन के साथ हर्षोल्लास पूर्वक मनाया. प्रथम दिवस यानि की 23 अगस्त की शाम को धर्म सम्मेलन का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय, विशिष्ट अतिथि मंत्री डॉ शशि पांजा ने कार्यक्रम में उपस्थिति दर्ज करायी.
गौड़ीय मिशन के आचार्य श्रीमद् भक्ति सुंदर सन्यासी गोस्वामी महाराज ने इस अवसर पर ‘वर्तमान समय में भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षाओं एवं जीवन आदर्श के आचरण की आवश्यकता’ विषय पर अपनी बातें कही. दूसरे दिन, 24 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के साथ भव्य नगर संकीर्तन शोभायात्रा निकाली गयी.
बागबाजार से प्रारम्भ हुई यह शोभायात्रा हाथीबागान के रास्ते बड़ाबाजार होते हुए पुन: बागबाजार में आगकर संपन्न हुई. इस अवसर पर आयोजित धर्म सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रुप में पूर्व राज्यपाल श्यामल कुमार सेन ने उपस्थिति दर्ज करायी. गौड़ीय मिशन के सेवा सचिव श्री भक्ति प्रमोद पुरी महाराज ने श्रीमद् भागवत में वर्णित श्रीकृष्ण-जन्म रहस्य पर प्रकाश डाला. रात्रि, भगवान श्रीकृष्ण का भव्य जन्माभिषेक किया गया. समस्त संन्यासियों, ब्रह्मचारियों के साथ अन्य भक्तों ने भावपूर्ण नृत्य-संकीर्तन करते हुए आयोजन स्थल को मथुरा-वृंदावन के रुप में परिवर्तित कर दिया.
छप्पन भोग अर्पण, आरती, प्रसाद वितरण के कार्यक्रम आयोजित हुए. तीसरे दिन अर्थात 25 अगस्त को श्री नंदोत्सव मनाया गया. ‘नंद घर आनंद भयो’ कीर्तन व नृत्य नाटिका के आयोजन के साथ सबने एक दूसरे को बधाई दी. दोपहर आरती के पश्चात लगभग दस हजार लोगों में प्रसाद वितरण किया गया. गौड़ीय मिशन ग्रंथ विभाग के अध्यक्ष भक्तिरक्षक ऋषिकेश महाराज ने दिव्य भागवत प्रेम को अपने जीवन में अनुभव करने की बात कही.