कोलकाता: हावड़ा लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में मिली जीत से तृणमूल कांग्रेस पार्टी की स्थिति और मजबूत हुई है और इसका फायदा आगामी पंचायत चुनाव में देखने को मिलेगा. इस चुनाव में तृणमूल कांग्रेस अकेले मैदान में खड़ी थी और इस विषम परिस्थिति में भी जीत दर्ज करना यह साबित करता है कि राज्य की जनता तृणमूल कांग्रेस के साथ है. यें बातें बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राइटर्स बिल्डिंग में संवाददाताओं से कहीं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस चुनाव के नतीजों ने पिछले सभी आंकड़ों को पीछे छोड़ दिया, क्योंकि वर्ष 2009 में यहां लोकसभा चुनाव में तृणमूल व कांग्रेस गंठबंधन करके यहां चुनाव लड़ा था और इस बार तृणमूल कांग्रेस अकेले यहां चुनावी मैदान में उतरी थी. यह नतीजा साबित करता है कि तृणमूल कांग्रेस को यहां माकपा को हराने के लिए किसी से गंठबंधन करने की जरूरत नहीं है.
उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि वर्ष 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में जंगीपुर सीट पर प्रणब मुखर्जी करीब एक लाख से भी अधिक वोट से जीते थे, लेकिन उसी सीट पर जब उपचुनाव हुआ, तो कांग्रेस को मात्र 2500 वोटों से जीत मिली. उस समय तृणमूल कांग्रेस भले ही केंद्र सरकार से समर्थन वापस ले चुकी थी, लेकिन राष्ट्रपति की मर्यादा को देखते हुए पार्टी ने उम्मीदवार नहीं उतारा था, उसके बाद भी कांग्रेस को बहुत कम वोट मिले थे.
उन्होंने इस जीत के लिए हावड़ा जिलावासियों सहित पूरे राज्य को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि अभी हावड़ा में लोकसभा सीट पर उपचुनाव कराने का समय नहीं था, क्योंकि तृणमूल कांग्रेस के सांसद अंबिका बनर्जी के देहांत हुए अभी एक पखवाड़ा भी नहीं बीता था कि चुनाव आयोग ने उपचुनाव की घोषणा कर दी. अगले कुछ महीने के अंदर ही पूरे देश में लोकसभा चुनाव होना है, इसलिए अभी उपचुनाव कराना जरूरी ही नहीं था. इस उपचुनाव के नतीजों का फायदा भी तृणमूल कांग्रेस को ही होगा. इस जीत से तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों के अंदर और आत्मविश्वास पैदा होगा.
उन्होंने कहा कि वाम मोरचा के नेताओं को जितने दिन राज्य में शासन करना था, उतना कर लिया. उन्होंने कहा कि आनेवाले चुनाव में तृणमूल कांग्रेस अकेले ही चुनाव लड़ेगी.