कोलकाता : नये साल का पहला महीना पश्चिम बंगाल के मुर्गी पालकों के लिए नुकसान का सबब बन गया है. राज्य के 13 जिलों में बर्ड फ्लू का प्रकोप होने से बड़ी संख्या में अंडे, चूजे, मुर्गे और अन्य पोल्ट्री पक्षियों को नष्ट कर दिया गया.
बीमारी की शुरुआत 16 जनवरी, 2008 को बीरभूम जिले से हुई और फिर देखते-देखते तकरीबन आधा राज्य इस बीमारी की चपेट में आ गया. 27 जनवरी को आधिकारिक तौर पर बीमारी के 13 जिलों में फैलने की जानकारी दी गयी.
राज्य में बड़े पैमाने पर पोल्ट्री गतिविधियां और वातावरण में मौजूद नमी को बीमारी के तेजी से फैलने का कारण बताया गया. पक्षियों से इंसानों तक पहुंचनेवाली इस बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए सरकार ने पोल्ट्री उत्पादों को राज्य से बाहर ले जाने पर रोक लगा दी.