सम्मेलन में केंद्र सरकार का कोई भी प्रतिनिधि उपस्थित नहीं होगा
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बहिष्कार. भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले के बाद व्यापार सम्मेलन पर चढ़ा राजनीतिक रंग
सम्मेलन में केंद्र सरकार का कोई भी प्रतिनिधि उपस्थित नहीं होगा कोलकाता : केंद्र की एनडीए सरकार हो या पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस की सरकार. दोनों ने ही सत्ता में आने के बाद यह वादा किया था कि राजनीतिक परिदृश्य पर भले ही हमारी सोच अलग-अलग हो, लेकिन जहां देश या राज्य के विकास […]
कोलकाता : केंद्र की एनडीए सरकार हो या पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस की सरकार. दोनों ने ही सत्ता में आने के बाद यह वादा किया था कि राजनीतिक परिदृश्य पर भले ही हमारी सोच अलग-अलग हो, लेकिन जहां देश या राज्य के विकास की बात आयेगी, वहां राजनीति नहीं होगी. वहां सबसे पहले आम जनता के हितों को सर्वोपरि रखा जायेगा. लेकिन लगता है कि यह सिर्फ कहने की बाते हैं, वास्तविकता से इसका कोई संबंध में नहीं है. शुक्रवार को प्रदेश भाजपा द्वारा निकाली गयी संकल्प यात्रा के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं पर हुए हमले का विरोध करते हुए केंद्रीय मंत्री ने बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट का बायकॉट किया है.
केंद्रीय सड़क परिवहन व जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने अपना बंगाल दौरा रद्द कर दिया है. सिर्फ यही नहीं, इस सम्मेलन में अब केंद्र सरकार की ओर से कोई भी प्रतिनिधि उपस्थित नहीं होगा.
गौरतलब है कि बंगाल में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से 16-17 जनवरी को बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट (बीजीबीएस) का आयोजन किया जा रहा है और इसके उद्घाटन समारोह में केंद्रीय सड़क परिवहन व जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी भी यहां पहुंचनेवाले थे, लेकिन अब उन्होंने अपना मन बदल लिया है. शुक्रवार को प्रदेश भाजपा की ओर से स्वामी विवेकानंद की जयंती पर संकल्प यात्रा निकाली गयी थी और इस यात्रा के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने उनकी रैली पर हमला कर दिया. इसका विरोध करते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा आयोजित कार्यक्रम का बायकॉट करने का फैसला किया.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने घटना के संबंध में जानकारी लेने के लिए केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल व प्रदेश भाजपा के शीर्ष नेता को फोन किया और नेताओं ने पूरी घटना की जानकारी दी. उनकी बातों को सुनने के बाद केंद्रीय मंत्री ने बीजीबीएस में शामिल नहीं होने का फैसला लिया. गौरतलब है कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूत के रूप में बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट (बीजीबीएस) में शामिल होनेवाले थे.
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल सरकार की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजीबीएस में हिस्सा लेने के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली व सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को यहां आमंत्रित किया था. केंद्रीय वित्त मंत्री ने पहले ही आने से इनकार कर दिया था, अब केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ही केंद्र सरकार के प्रतिनिधि के रूप में पहुंचने वाले थे, लेकिन अब उन्होंने भी यहां आने से इनकार कर दिया है. इस घटना के बाद केंद्र व राज्य सरकार के बीच बढ़ रहा विवाद चरम पर पहुंच गया है.
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