हावड़ा/ कोलकाता: बीते जून, 2015 में कोलकाता के रॉबिंसन स्ट्रीट में एक भाई ने अपनी बहन के शव को छह महीने तक घर में रखा था. खुलासा तब हुआ जब पड़ोसियों को बदबू मिली. ऐसी ही एक घटना शिवपुर थाना अंतर्गत बलाई मिस्त्री लेन में हुई है.
यहां बेटे ने अपनी मां का शव दो दिनों तक अपने घर में रखा था. पड़ोसियों को दुर्गंध मिल रही थी, लेकिन दुर्गंध कहां से आ रही है, यह पता लगाना संभव नहीं हो पा रहा था. शक के आधार पर पड़ोसी गौरी प्रसन्न एक फ्लैट का दरवाजा खटखटाया. दरवाजा खुलते ही पड़ोसियों का शक यकीन में बदल गया. फ्लैट के एक कमरे में संध्या रानी बंधोपाध्याय (80) का शव रखा हुआ था. खबर पुलिस को दी गयी. माैके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. वह पिछले कई महीनों से बीमार थी. पुलिस मृतका के बेटे अपूर्व से पूछताछ कर रही है. वह मानसिक रूप से विक्षिप्त है.
बताया जा रहा है कि यह परिवार पहले भवानीपुर में रहता था. 2007 में वे लोग शिवपुर आ गये. अपूर्व के पिता अशोक बनर्जी कोयला व्यवसायी थे. रानीगंज में एक कोयले की खदान में उनका शेयर था. पड़ोसियों ने घटना की सूचना अपूर्व की पत्नी दीपशिखा को दी. पड़ोसियों ने बताया कि अपूर्व विक्षिप्त है व किसी के साथ संपर्क नहीं रखता था. बहरहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
बदबू महसूस होने पर पड़ोसियों ने जबरन खुलवाया दरवाजा
क्या है घटना : अपूर्व ने पुलिस को बताया कि गुरुवार रात 12 बजे मां की मौत हो गयी. वह काफी बीमार थी. डॉक्टर अभिजीत घोष ने मां को अस्पताल में दाखिल कराने को कहा था, लेकिन वह दाखिल नहीं हुई. संध्या रानी की तबीयत बिगड़ती चली गयी. गुरुवार रात उसकी मौत हो गयी. मां की मौत के बाद अपूर्व पूरी तरह से टूट गया. उसने मां के शव को पलंग पर ही रखा आैर ऊपर से चादर डाल दी. दो दिनों के बाद ही शव से बदबू निकलने लगी. पड़ोसी जानने की कोशिश कर रहे थे कि आखिर बदबू कहां से आ रही है लेकिन खुलासा शनिवार सुबह हुआ.