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यूनिवर्सिटी में विश्वस्तरीय होने की तमाम संभावना
मान्यता. केएनयू के दूसरे दीक्षांत समारोह में परिश्रम, लगन के परिणाम को मिला भरपूर सम्मान आसनसोल : राज्य के राज्यपाल सह कुलाधिपति केसरीनाथ त्रिपाठी ने कहा कि विद्रोही कवि काजी नजरूल इसलाम की जन्मभूमि पर स्थित केएनयू में विश्वस्तरीय यूनिवर्सिटी बनने की तमाम संभावनाएं मौजूद हैं. वे सोमवार को यूनिवर्सिटी परिसर में आयोजित दूसरे दीक्षांत […]
मान्यता. केएनयू के दूसरे दीक्षांत समारोह में परिश्रम, लगन के परिणाम को मिला भरपूर सम्मान
आसनसोल : राज्य के राज्यपाल सह कुलाधिपति केसरीनाथ त्रिपाठी ने कहा कि विद्रोही कवि काजी नजरूल इसलाम की जन्मभूमि पर स्थित केएनयू में विश्वस्तरीय यूनिवर्सिटी बनने की तमाम संभावनाएं मौजूद हैं. वे सोमवार को यूनिवर्सिटी परिसर में आयोजित दूसरे दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे.
इसमें विभिन्न क्षेत्रों में श्रेष्ठ प्रदर्शन करनेवाले चार प्रमुख हस्तियों को डॉक्टर की उपाधि, आठ विभागों के टॉपरों को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया. कुल 240 स्टूडेंट्सों को डिग्री मिली. अध्यक्षता कुलाधिपति श्री त्रिपाठी तथा संचालन यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ साधन चक्रवर्ती ने किया.
कुलाधिपति श्री त्रिपाठी ने कहा कि अगस्त, 2012 में केएनयू की स्थापना हुइ थी. इस वर्ष इसका दूसरा दीक्षांत समारोह हो रहा है. स्टूडेंटसों के परीक्षाफल सराहनीय हैं. यहां से निकलनेवाले कई स्टूडेंटस एकल, ग्रुप तथा टीम रिसर्च में शामिल हैं. विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों में गवेषणा चल रहा है. विभिन्न संस्थानों आइसीएसएसआर एवं आइएनएसए संस्थानों से अनुदान भी मिल रहा है. मात्र पांच वर्ष में इतने विशयों में पीजी, एमफील, पीएचडी आदि काफी उत्साहवद्र्दक हैं. यह गर्व की बात है. यूनिवर्सिटी के तेजी से बढने की असीम संभावनाएं हैं. इसके पास भरपूर मौके हैं. यहां से निकलनेवाले स्टूडेंटस यहां से मिले ज्ञान और संस्कार को प्रसारित व प्रचारित करें, विश्वविद्यालय की ख्याति बढायें और मजबूत राष्ट्र और स्वस्थ समाज के निर्माण में योगदान करें.
शिक्षा मंत्री पार्थो चटर्जी ने राज्य सरकार की उपलब्धियों की चर्चा की. उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने 18 नये विश्वविद्यालयों की स्थापना की है. पहले इनकी संख्या मात्र 13 थी. 46 नये कॉलेज खोले गये हैं. ग्रामीण अंचलों में शिक्षा पर मुख्यमंत्री का अधिक जोर है. उन्होंने कहा कि केएनयू मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट है. उनकी ही पहल पर काजी नजरूल से संबंधिक विषयों के लिए अलग से एक सेंटर यूनिवर्सिटी में खोला गया है. स्कॉलरशईप की राशि 45 करोड़ से बढाकर सालाना 200 करोड़ रूपये कर दी गयी है. डिजिटल लाइब्रेरी, अत्याधुनिक लेबोरेटरी की व्यवस्था की जा रही है. आइआइटी की दिग्गज टीम डिजिटल क्लासरूम एवं इ कक्षा पर कार्य कर रही है. उन्होंने कहा कि यह औद्योगिक इलाका है.
इलाके की जरूरतों को देखते हुए सिलेबस तैयार किया जाना चाहिए. इससे शिक्षा की उपयोगिता बढ़ेगी तथा रोजगार के भी अवसर सृजित होंगे. उन्होंने कहा कि नयी नियुक्ति में अनुभव के साथ ही साथ युवा पीढ़ी को अधिक मौका मिलना चाहिए.
समारोह को सौरव गांगूली, प्रतुल मुखोपाध्याय, इंद्रनील मन्ना ने भी संबोधित किया. संचालन कुलपति डॉ चक्रवर्ती ने किया.समारोह में आठ विभागों के नौ टॉपर स्टूडेंटसों को कुलपति डॉ चक्रवर्ती ने शिक्षा को अपनी दिनचर्या में शामिल करने, वेलफेयर, अध्यननी बनने, सामाजिक दायित्व एवं सामाजिक मूल्यों के पालन करने की शपथ दिलायी और गोल्ड मेडल एवं प्रमाण पत्र सौंपे. गोल्ड मेडल पाने वालों में हिंदी विभाग की रितू यादव, बांग्ला विभाग की शिखा हालदार, इडूकेशन विभाग के श्यामल कुमार मंडल, अंग्रेजी विभाग की नसीमा इस्लाम, इतिहास विभाग के दिव्येंदू हाजरा एवं रिंपी भट्टाचार्या, पोलिटिकल साइंस विभाग की तरन्नूम आरा, गणित विभाग के मिलन चक्रवर्ती तथा कॉमर्स विभाग के मिथून साव शामिल थे.
इनके साथ विभिन्न विभागों के कुल 240 स्टूडेंटसों को सम्मानित किया गया. वीसी श्री चक्रवर्ती ने सभी स्टूडेंस के उज्जवल भविषय की कामना की. अवसर पर केएनयू के रजिस्ट्रार शांतनू घोष, हंिदूी विषय के विभागाध्यक्ष प्रो. विजय कुमार भारती, सहायक प्रो. प्रतिमा प्रसाद, बांग्ला विभाग के सहायक प्रो. डॉ मोनालिसा दास, इडूकेशन की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ नंदिनी बनर्जी, अंग्रेजी के एसोसिएट प्रोफेसर आनिंदय शेखर पुर्कायस्त एवं सुरहीता माजी, मेयर जितेंद्र तिवारी, अड्डा के चेयरमैन तापस बनर्जी, टीएमवाईसी के प्रदेश महासचिव अशोक रूद्र, विभिन्न कॉलेजों के प्राचार्य व टीचर इंचार्ज आदि उपस्थित थे.
प्रो. इंद्रनील, प्रतुल, सौरव, अनिसुज्जमान को मिली डॉक्ट्रेट की उपाधि
कुलाधिपति सह राज्यपाल श्री केसरी ने सेंट्रल ग्लास एंड सिरामिक्स रिसर्च इन्सच्यूट के पूर्व निदेशक प्रोफेसर इन्द्रनील मान्ना को डॉक्टर ऑफ साइंस की उपाधि से सम्मानित किया. इसके बाद पद्म क्षी से सम्मानित तथा ढ़ाका विश्वविद्यालय में बांग्ला विभाग के पूर्व प्रोफेसर अनिसुज्जमान को उनकी अनुपस्थिति में डॉक्टर ऑफ लिटरेचर की उपाधि से सम्मानित किया. इसके साथ ही संगीत की दुनिया में महत्वपूर्ण हस्ताक्षर रहे प्रतुल मुखोपाध्याय तथा पूर्व क्रिकेटर सौरव गांगुली को डॉक्टर ऑफ लिटरेचर की उपाधि से सम्मानित किया. श्री मुखोपाध्याय ने कहा कि मंच पर संगीत पेश करने का मौका नहीं है. कभी बाद में वे अपना संगीत यहां पेश करेंगे.
आसनसोल. शिक्षा मंत्री पार्थो चटर्जी ने आसनसोल नगर निगम मुख्यालय परिसर में नवनिर्मित मिटींग रूम ‘मुखोमुखी’ का उद्घाटन किया. उन्होंने सभी दलों के पार्षदों को साथ लेकर उन्नयन करने के लिए मेयर जितेन्द्र तिवारी की प्रशंसा की. उन्होंने इस इलाके में औद्योगिक रूग्णता के लिए वाममोर्चा सरकार को जिम्मेवार बताया. आसनसोल और सिलिगुडी का विकास सरकार की प्राथमिकता में शामिल है. उद्योग, शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवेश के उन्नयन की दिशा में काम करना है. आसनसोल शहर को उन्नत करना सरकारी लक्ष्य हैं.
उन्होंने मेयर से कैंटीन बनाने को कहा. मेयर श्री तिवारी ने निगन की उपलब्धियों की चर्चा की. स्वागत मेयर परिषद सदस्य (क्रीडा एवं संस्कृति) अभिजीत घटक ने किया. अवसर पर निगम आयुक्त प्रलय रायचौधरी, उपमेयर तबस्सुम आरा, चेयरमैन अमरनाथ चटर्जी, मेयर परिषद सदस्यों में लखन ठाकुर, अंजना शर्मा, मीर हासीम, श्याम सोरेन, दिव्येंदू भगत, बोरो चेयरमैन गुलाम सरवर, संजय नोनिया, दयामय राय, समीत माजी, मानस दास, पार्षदों में कविता यादव, आशा शर्मा,कविता घोष, सीके रेश्मा रामाकृष्णन, नूर रफत परवीन, उमा सर्राफ, भृगु ठाकुर, नसीम अंसारी, श्रवणी मंडल, आदि उपस्थित थे.
कड़ी मेहनत, समर्पण से सफलता, सभी होंगे गौरवान्वित: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कैप्टन तथा क्रिेकेट बोर्ड ऑफ बंगाल के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा कि केएनयू के निकल रहे छात्रों को अपनी मंजिल हासिल करने के लिए लक्ष्य निर्धारण के साथ ही पूरी निष्ठा व समर्पण के साथ परिश्रम करना होगा. दीक्षांत समारोह में डॉक्टर ऑफ लिटरेचर की मानद उपाधि से सम्मानित होने के बाद अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि खेल के दौरान उन्होंने विभिन्न देशों का भ्रमण किया. जब भी उनकी प्रशंसा हुयी, देश के साथ पश्चिम बंगाल तथा कोलकाता का नाम आया. इसी तरह केएनयू के छात्र जब भी सफलता के झंड़े लहरायेंगे, आसनसोल, केएनयू तथा पश्चिम बंगाल का नाम होगा. उन्होंने कहा कि यूनिवर्यिटी ने काफी कम समय में हर क्षेत्र में श्रेष्ठ प्रदर्शन किया है तथा आनेवाले समय में यह टीम और भी बेहतर प्रदर्शन करेगी. उन्होंने खुद को सम्मानित करने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन के प्रति आभार जताया. उन्हें अपने बीच पाकर छात्र काफी उत्साहित थे.
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