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शिक्षकों पर लाठीचार्ज
सांकतोड़िया : कोयला खदान शिक्षक मोर्चा के सदस्यों ने शुक्रवार को नौ सूत्री मांगों के समर्थन में इसीएल मुख्यालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया. इस बीच सीआईएसएफ और स्थानीय पुलिस कर्मियों ने प्रदर्शनकारियों पर लाठियां चमकायी. इसमें 25 शिक्षक घायल हो गये. पुलिस ने मोर्चा के महासचिव एचके पांडे व तीन शिक्षिका-शिक्षकों को हिरासत में […]
सांकतोड़िया : कोयला खदान शिक्षक मोर्चा के सदस्यों ने शुक्रवार को नौ सूत्री मांगों के समर्थन में इसीएल मुख्यालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया. इस बीच सीआईएसएफ और स्थानीय पुलिस कर्मियों ने प्रदर्शनकारियों पर लाठियां चमकायी. इसमें 25 शिक्षक घायल हो गये. पुलिस ने मोर्चा के महासचिव एचके पांडे व तीन शिक्षिका-शिक्षकों को हिरासत में लिया. यूनियन नेताओं ने लाठी चार्ज की क ड़ी निंदा की है.
मोर्चा के स्थानीय सचिव बिंदेश्वरी यादव ने बताया कि कंपनी अनुमोदित 162 स्कूलों में 600 शिक्षक – शिक्षिका कार्यरत है. इन स्कूलों में इसीएल कर्मियों के बच्चे शिक्षा पाते हैं. विभिन्न मांगों के समर्थन में मोर्चा ने कंपनी मुख्यालय पर प्रदर्शन करने की घोषणा की थी. इसकी सूचना भी सभी विभागों को दी गयी थी. शुक्रवार को प्रदर्शन शांतिपूर्ण था.
अचानक सीआईएसएफ और पुलिस कर्मियों ने लाठी चार्ज कर दिया. 25 से अधिक प्रदर्शनकारी घायल हो गये. महासचिव श्री पांडे, शिक्षका केया गुहा, शिक्षिका कृष्णा चटर्जी व एक अन्य शिक्षिका को पुलिस ने हिरासत में लिया है. उन्होंने कहा कि शिक्षण सत्र 2010-11 में जिनकी नियुक्ति इन स्कूलों में हुई है, पहली अप्रैल, 2015 से कंपनी ने उनका अनुदान भुगतान बंद करने का निर्णय लिया है. वे इस निर्णय को वापस लेने, शिक्षकों को रिटायरमेंट लाभ देने, स्कूल भवनों की मरम्मत, बच्चों के लिये मिड डे मील, स्कूल मेंटनेंस खर्च भुगतान की मांग रखी गयी है.
सीएमडी के तकनीकी सचिव नीलाद्री राय ने कहा कि इसकी जांच की जायेगी. दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. यह मामला कल्याण विभाग का है. उन्होंने सीएसआर व कल्याण विभाग के महाप्रबंधक डी रामदेव राव के साथ बैठक की. श्री राव ने कहा कि शिक्षकों की मांग गैरकानूनी है. सभी क्षेत्रों में चल रहे स्कूलों के शिक्षकों को मिलनेवाले अनुदान को बंद किया जा सकता है, क्योंकि इन स्कूलों में सव्रे के दौरान दो चार छात्र ही पाये गये. उपस्थिति रजिस्टर में छात्रों की संख्या अधिक दिखायी जाती है.
कोयला मजदूर कांग्रेस के नेता अपराजित बनर्जी ने कहा कि शिक्षकों पर लाठी चार्ज निंदनीय है. इंटक नेता पजय मसीह ने कहा कि कई शिक्षकों की उम्र 60 वर्ष थी. इंटक नेता चंडी बनर्जी ने भी इसकी निंदा की. कुल्टी थाना प्रभारी दिलिप पाल ने कहा कि धरना व प्रदर्शन की पूर्व सूचना पुलिस को नहीं दी गयी थी. प्रदर्शनकारियों ने कंपनी मुख्यालय का गेट तथा सड़क जाम कर दिया था. उन्हें हटाने के लिए बल प्रयोग किया गया.
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