बृहस्पतिवार को इस घटना के बाद गांव वालों ने कार्रवाई की मांग को लेकर एक सामूहिक ज्ञापन इंगलिश बाजार महिला थाना को सौंपा है. तब से लेकर अब तक करीब चौबीस घंटे से अधिक का वक्त बीत चुका है, लेकिन आरोपी दंपती के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. शुक्रवार को भी पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार नहीं किया है. इसकी वजह से यहां के लोगों में काफी रोष है.
उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. बुधवार की शाम को गांव की महिलाओं तथा कुछ पुरुषों ने स्वयं ही देवी मंडल के घर पर धावा बोल दिया और देह व्यापार के गोरखधंधे को रंगे हाथों पकड़ लिया. दोनों पति-पत्नी को इस कारोबार को तत्काल बंद करने की चेतावनी भी दी गई. उलटे बृहस्पतिवार को देवी मंडल तथा उसके पति गुडों के साथ गांव में धमक गये और विरोध करने वाले गांव वालों की पिटायी शुरू कर दी. गांव के दस-बारह परिवार आतंक की वजह से घर छोड़कर भाग गये हैं. पुलिस में शिकायत दर्ज करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है. पुलिस अब तक गांव में नहीं पहुंची है.
दूसरी तरफ स्थानीय पंचायत समिति के सदस्य तृणमूल के टिंकू घोष का कहना है कि गांव वालों का आरोप काफी गंभीर है. इस तरह की घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जा सकती. इंगलिश बाजार थाना के आइसी को तत्काल आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए कहा गया है. पुलिस अधीक्षक अरनब घोष का कहना है कि इंगलिश बाजार थाना पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.