कोलकाता: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा है कि केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे को मुख्यमंत्रियों को लिखे अपने पत्र को वापस ले लेना चाहिए. इस पत्र में उन्होंने कहा है कि किसी बेगुनाह मुसलिम युवा को आतंकवाद के नाम पर बेवजह पकड़ना नहीं जाना चाहिए.
संवाददाताओं से बातचीत में राजनाथ सिंह ने कहा कि ‘किसी भी’ बेगुनाह को बेवजह नहीं पकड़ना चाहिए. कानून की नजर में सभी का कद बराबर होना चाहिए. यह किसी जाति या धर्म पर निर्भर नहीं होना चाहिए. वह पहले से ही कहते आ रहे हैं कि कांग्रेस सर्वाधिक सांप्रदायिक दल है. कांग्रेस चुनाव को सांप्रदायिक रंग देना चाहती है. उन्होंने कहा कि शिंदे का यह पत्र संविधान के अनुच्छेद 14 व 15 (1) के खिलाफ है.
कौन अपराधी है और कौन नहीं, इसका फैसला अदालत करेगी. धर्म या जाति के आधार पर इसका फैसला नहीं हो सकता. शिंदे के इस पत्र से मामले की जांच व उससे संबंधित मामले, दोनों प्रभावित होंगे. चुनाव के मौके पर कांग्रेस इसी तरह का हथकंडा अपनाती है. देश में सांप्रदायिक सौहार्द को अस्थिर करने का काम कांग्रेस कर रही है. अंग्रेजों की नीति, बांटो व राज करो, को कांग्रेस ने ही अपनाया है. यह वोट बैंक की राजनीति है. भाजपा प्रधानमंत्री से मांग करती है कि वह गृह मंत्री को निर्देश दें कि इस पत्र को वापस लिया जाये.
कांग्रेस पर बोला हमला
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि सोनिया गांधी ने कहा है कि पूरी कांग्रेस पार्टी प्रधानमंत्री के साथ है और भाजपा ही प्रधानमंत्री का मखौल उड़ा रही है. लेकिन वह श्रीमती गांधी को बताना चाहते हैं कि प्रधानमंत्री का मजाक कांग्रेस के उपाध्यक्ष उड़ा रहे हैं. सोनिया गांधी को अपनी पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी से या तो इस्तीफा मांगना चाहिए या फिर उन्हें देश भर से माफी मांगने के लिए कहना चाहिए.
मौके पर श्री सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा इवीएम में ‘इनमें से कोई नहीं’ का विकल्प रखने का जो निर्देश दिया गया है, उस संबंध में चुनाव आयोग को सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए.