कोलकाता: सुंदरवन में स्थित द्वीपों को आपस में जोड़ने के लिए राज्य सरकार ने यहां 10 नये सेतु बनाने का फैसला किया है. इनके निर्माण कार्य में करीब 564 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
ऐसी ही जानकारी राज्य के सुंदरवन विकास मंत्री मंटू राम पाखिरा ने दी. उन्होंने बताया कि दिसंबर महीने से ही हतानिया-दोयानिया के बीच नदी के ऊपर सेतु बनाने का काम शुरू किया जायेगा और इस योजना पर करीब 216 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. इन सभी योजनाओं को दिसंबर 2016 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
उन्होंने बताया कि वाम मोरचा कार्यकाल के दौरान प्रत्येक वर्ष 21 अगस्त को सुंदरवन दिवस मनाया जाता था, लेकिन अब सुंदरवन दिवस 11 दिसंबर को मनाया जायेगा, क्योंकि इसी दिन यूनेस्को ने सुंदरवन को विश्व की सबसे बड़ी हेरिटेज मैनग्रो द्वीप की स्वीकृति प्रदान की थी.सुंदरवन के 102 द्वीपों में से 54 में बस्तियां बनी हुई हैं और अन्य द्वीप जैसे सुंदरी, गरान, गेवआ, गोलपाता सहित 68 प्रजाति के वृक्षों के घने जंगल हैं. हिंगलगंज, पाथर प्रतिमा, रायदीघी, सागर, गोसाबा जैसी घनी बस्ती वाले क्षेत्रों में नौका और ऑटो रिक्शा परिवहन के साधन हैं. गोसाबा व हिंगलगंज से रोगियों को कोलकाता लाने में आठ से 10 घंटे का समय लगता है. सिर्फ परिवहन व्यवस्था की कमी के कारण बकखाली व फ्रेजरगंज जैसे क्षेत्र में पर्यटन उद्योग का विकास नहीं हो पा रहा है.
कहां-कहां बनेंगे सेतु
1. नामखाना में द्वारका नदी के बीच
2. बंकिमनगर से चेमागुड़ी
3. प्रतिमा नदी पर (पाथर प्रतिमा से भगवानपुर किशोरी नगर में)
4. मनि नदी पर (रायदीघि से मथुरापुर के बीच)
5. काकद्वीप में नृसिंह आश्रम से लगे नदी ऊपर
6. काकद्वीप में कालनागिनी नदी पर
7. पाथर प्रतिमा व काकद्वीप के बीच
8. मिनाखा व हाड़ोवा के बीच जेलियाखाली में बोयालिया नदी के ऊपर
9. गदखाली व गोसाबा के बीच 1.9 किमी लंबा सेतु
10. बकखाली के हतानिया-दोआनिया नदी पर सेतु