पानागढ़: भाजपा शिष्टमंडल के प्रतिनिधि प्रदेश भाजपा नेता तथागत राय, डॉ सुभाष सरकार, जिला पार्टी अध्यक्ष दूध कुमार मंडल को सैकड़ों समर्थकों के साथ राहत सामग्री लेकर माकड़ा जाने के पूर्व ही पारूई थाना के चौमंडलपुर गांव से डेढ़ किलोमीटर पहले ही धारा 144 का हवाला देकर देकर पुलिस ने फिर से रोक दिया. इस दौरान पुलिस अधिकारियों के साथ भाजपा प्रतिनिधियों की काफी देर तक बहस होती रही. लेकिन पुलिस किसी भी सूरत में मानने को तैयार नहीं हो रही थी.
इस दौरान भाजपा नेता तथागत राय ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि वे अशांति नहीं बल्कि पीड़ितों की मदद और उन्हें राहत सामग्री देने आये है. वे पुलिस के साथ जाकर राहत सामग्री वितरित कर वापस लौट आयेंगे. लेकिन पुलिस ने उन्हें गांव में नहीं घुसने दिया.
भाजपा प्रतिनिधियों को बैरंग लौटना पड़ा. भाजपा नेता तथागत राय ने कहा कि पुलिस पर उन्हें भरोसा नहीं है. राहत सामग्री जिला कार्यालय में ही रखी जायेगी. पुलिस कर्मियों को यदि राहत सामग्री दी जाती तो वे उसे तृणमूलियों को दे देते और वे इसे बाजार में बेच देते. भाजपा नेताओं ने कहा कि घटना की जानकारी आला अधिकारियों को दी जायेगी.
जुलूस में दिखा अस्त्र
तथागत राय के नेतृत्व में माकड़ा राहत सामग्री ले जा रहे भाजपा कार्यकर्ताओं के पास अस्त्र-शस्त्र देखने को मिले. इस पर भाजपा नेताओं ने कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया.
गिरफ्तारी, बाद में रिहा
माकड़ा की घटना से समाजसेवी और बुद्धिजीवियों का भी हृदय पसीज गया है. रविवार की सुबह बुद्धिजीवी तथा समाजसेवी भोला गंगोपाध्याय के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि दल माकड़ा पहुंचा. लेकिन पुलिस ने 144 धारा का उल्लंघन करने के आरोप में उन्हें व उनके साथियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस इन्हें गिरफ्तार कर पारूई थाना ले गयी. कुछ देर तक पूछताछ के बाद दोनों समाजसेवियों को पुलिस ने रिहा कर दिया.
दहशत में ग्रामीण
श्री गंगोपाध्याय ने कहा कि शासक दल के इशारे पर ही पुलिस साधारण ग्रामीणों पर अत्याचार कर रही है. ग्रामीणों और पीड़ितों से बात नहीं करने दिया जा रहा है. गांव में आतंक है. ग्रामीण दहशत में जीने को मजबूर हैं. समाजसेवियों पर भी बंदिश है. इधर, पुलिस का कहना है कि धारा 144 के उल्लंघन करने पर समाजसेवियों को गिरफ्तार किया गया.