कोलकाता: राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने जलपाईगुड़ी में अनुसूचित जाति की एक लड़की से कथित तौर पर दुष्कर्म करने और उसकी हत्या को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार को नोटिस जारी किया है.
एनएचआरसी ने यहां जारी एक बयान में कहा कि आयोग ने मीडिया की इस खबर का संज्ञान लिया है कि पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में गैरकानूनी कचहरी (कंगारु कोर्ट) में अनुसूचित जाति की 15 वर्षीय एक लड़की ने जब अपने परिवार के मान-मर्दन का विरोध किया तब उससे कथित रूप से सामूहिक दुष्कर्म किया गया एवं उसकी हत्या कर दी गयी गयी.
दरअसल धूपगुड़ी में एक सितंबर को ‘सालिशी सभा’ (स्वनियुक्त ग्राम न्यायालय) में लड़की के पिता ने पावर टिलर (यांत्रिक हल) के वास्ते भुगतान के लिए और वक्त का अनुरोध किया था लेकिन सालिशी सभा ने उसका अनुरोध ठुकरा दिया था. उसके बाद ग्रामीणों ने लड़की के पिता की पिटाई की. लडकी ने उसे नहीं पीटने की गुहार लगायी थी. लड़की के पिता ने अपनी बेटी के कथित दुष्कर्म, हत्या एवं अपहरण को लेकर धूपगुड़ी थाने में कुछ स्थानीय नेताओं समेत 13 व्यक्तियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है.
मामले में शामिल लोगों में से कुछ तृणमूल कांग्रेस से संबद्ध नेता और उनके समर्थक बताए जाते हैं. आयोग ने कहा कि यदि खबर सच्ची है तो यह पीड़िता के मानवाधिकार का गंभीर उल्लंघन है जो अनुसूचित जाति के परिवार से थी. आयोग ने जलपाईगुड़ी के जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक से दो सप्ताह के अंदर रिपोर्ट मांगी है. उसने ऐसी अदालतों (कंगारु कोर्ट) की वैधता के बारे में भी पूछा है.