कोलकाता: टैक्सी संगठनों ने पुलिस जुल्म के खिलाफ आंदोलन के साथ-साथ कानूनी लड़ाई भी लड़ने की घोषणा की है. पुलिस जुल्म सहित विभिन्न मांगों को लेकर एटक समर्थित कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन की ओर से राज्य के आला अधिकारियों की कानूनी नोटिस भेजे जाने की बात सामने आयी है.
कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन (एटक) के महासचिव नवल किशोर श्रीवास्तव ने बताया कि उच्च न्यायालय के वकील संजय साहा के मार्फत से राज्य के मुख्य सचिव, गृह सचिव, परिवहन सचिव, कोलकाता पुलिस आयुक्त, एडीजी (ट्रैफिक), डीसी (ट्रैफिक) को ड्राइवरों के लाइसेंस गैर कानूनी रूप से रद्द करने तथा उन पर मुकदमा दायर करने के खिलाफ कानूनी नोटिस भेजी गयी है. उन्होंने कहा कि सात दिन का जवाब देने का समय दिया गया है, यदि कोई जवाब नहीं मिला, तो उनका संगठन इन अधिकारियों के खिलाफ अदालत में मुकदमा दायर करने की ओर रुख करेगा. उन्होंने कहा कि इसमें बिना सुनवाई के लाइसेंस रद्द करने, कोलकाता में पार्किग की व्यवस्था नहीं होने, ड्राइवरों पर झूठे मामले करने व 3000 रुपये रिफ्यूजल चार्ज लगाने जैसे मामले शामिल हैं.
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पुलिस जुल्म के खिलाफ उन लोगों का आंदोलन जारी रहेगा. उनका दावा है कि पुलिस द्वारा लांच व गैरेज में जाने वाली गाड़ियों पर भी मामले दायर किये जा रहे हैं. परिवहन विभाग ने बसों के किराये में वृद्धि की घोषणा की है, लेकिन टैक्सी के किराये में कोई वृद्धि नहीं की गयी है, जबकि वे लोग लगातार इसकी मांग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि टैक्सी का न्यूनतम किराया 25 रुपये से बढ़ा कर 35 रुपये किये जायें तथा वेटिंग चार्ज 1.40 रुपये से बढ़ा कर तीन रुपये किया जाये. उन्होंने कहा कि कई संगठनों की ओर से अफवाह फैलायी जा रही है कि वे लोग अभी भी हड़ताल पर हैं, लेकिन ऐसा नहीं हैं. वह टैक्सी चालकों से अपील करते हैं कि वह आंदोलन के नाम पर टैक्सी में तोड़फोड़ नहीं करें. संगठन शांतिपूर्वक आंदोलन पर विश्वास करती है तथा तोड़फोड़ का समर्थन नहीं करती है. उन्होंने कहा कि आक्रमण व तोड़फोड़ कर वास्तव में उन लोगों के आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है.
विगत बुधवार को टैक्सी हड़ताल का असर व्यापक बताते हुए उन्होंने राज्य सरकार को चेतावनी दी है कि टैक्सी चालकों की समस्याओं को सुलझाने के लिए जल्द पहल की जाये. नहीं तो इसका खामियाजा भी उन्हें भुगतना पड़ेगा. सीटू समर्थित वेस्ट बंगाल टैक्सी वर्कर्स यूनियन के नेता अनादि साहू ने गुरुवार को घोषणा की है कि टैक्सी चालकों की समस्याओं के मुद्दे आगामी 10 सितंबर को विरोध रैली निकाली जायेगी. विरोध रैली कॉलेज स्क्वायर से निकाली जायेगी जो धर्मतल्ला पर समाप्त होगी. वहां सभा के माध्यम से चालकों के अगले आंदोलनों की कार्यसूची की घोषणा की जायेगी.
उन्होंने आरोप लगाया है कि बेलगाम महंगाई, डीजल-पेट्रोल की कीमत में लगातार इजाफा होने के बावजूद टैक्सी चालकों की समस्याओं को सुलझाने की पहल राज्य सरकार नहीं कर रही है. वर्ष 2012 के दिसंबर महीने के बाद अभी तक टैक्सी किराये में बढ़ोतरी नहीं की गयी जबकि इस अंतराल में कई दफा पेट्रोल व डीजल की कीमत में बढ़ोतरी हुई. एटक व सीटू समर्थित परिवहन संगठनों के नेतृत्व में टैक्सी चालकों के आंदोलन का समर्थन तमाम वामपंथी संगठन व प्राय: सभी केंद्रीय श्रमिक संगठनों द्वारा किया जा रहा है.