कूचबिहार : घपले के आरोप में कूचबिहार नगरपालिका के सात कर्मचारियों की गिरफ्तारी के बाद पूरे शहर में खलबली मची हुई है. मिली जानकारी के अनुसार, रविवार की देर रात कोतवाली थाना पुलिस ने तीन असिस्टेंट इंजीनियर समेत इन सातों कर्मचारियों को विभिन्न इलाकों में उनके घर से गिरफ्तार किया. इन सभी पर विभिन्न योजनाओं के दो करोड़ रुपये डकार लेने का आरोप है. गिरफ्तार सात लोगों में नगरपालिका के तीन असिस्टेंट इंजीनियर भी शामिल हैं.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बगैर कोई काम किये विभिन्न मदों में दो करोड़ रुपये का भुगतान दिखाया गया है. आरोप है कि फर्जी भुगतान के जरिये दो करोड़ रुपये सभी ने मिलीभगत कर डकार लिये.
इस मामले में नगरपालिका के पूर्व चेयरमैन रेवा कुंडू तथा उनके पुत्र सुरजीत कुंडू के खिलाफ भी आरोप लगे हैं. हालांकि इन दोनों की अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई है. उल्लेखनीय है कि नगरपालिका में इस घोटाले का खुलासा स्थानीय निवासी सम्राट कुंडू ने किया था. मामले की जांच के लिए श्री कुंडू ने अदालत में एक जनहित याचिका भी दायर की थी. उसके बाद अदालत ने कोतवाली थाना पुलिस को जांच के आदेश दिये थे.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पूरे मामले की गहन जांच की गयी और रविवार रात को नगरपालिका के सात कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया गया. इस बीच, सोमवार को जैसे ही इस बात की जानकारी नगरपालिका के अन्य कर्मचारियों को मिली, सभी गोलबंद हो गये. सुबह ही कई कर्मचारी नगरपालिका कार्यालय पहुंच गये थे. कुछ कर्मचारियों ने इन सभी लोगों को फंसाने का आरोप लगाया. इन लोगों का कहना था कि घपले का आरोप नगरपालिका की पूर्व चेयरमैन रेवा कुंडू और उनके पुत्र पर भी है.
वही दोनों मामले के मुख्य आरोपी भी हैं. फिर भी उनकी गिरफ्तारी नहीं कर नगरपालिका के कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है. इन सभी लोगों ने आज नगरपालिका कार्यालय में ताला जड़कर काफी देर तक विरोध प्रदर्शन भी किया. इस मामले में नगरपालिका के वर्तमान अध्यक्ष भूषण सिंह ने कुछ खास कहने से इंकार कर दिया. उन्होंने बस इतना कहा कि कानून अपना काम करेगा. दोषी या निर्दोष साबित करना अदालत का काम है. फिलहाल नगरपालिका के कामकाज को सामान्य रुप से चलाने के लिए वे कर्मचारियों से बातचीत करेंगे.