कोलकाता: देश में भाजपा के प्रधानमंत्री उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की लहर चलने के दावों को पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य ने खारिज कर दिया. उनका कहना है कि यह कॉरपोरेट जगत की तरफ से किया जाने वाला दुष्प्रचार है. कम से कम बंगाल में तो ऐसी किसी भी प्रकार की लहर नहीं चल रही है. पूर्व मुख्यमंत्री शुक्रवार को प्रेस क्लब, कोलकाता द्वारा आयोजित ‘प्रेस से मिलिए’ कार्यक्रम में शरीक हुए थे, जहां उन्होंने चुनाव समेत अन्य कई मुद्दों पर संवाददाताओं से बातचीत की.
माकपा नेता ने कहा कि उन्होंने राज्य के कई जिलों का दौरा किया है पर ऐसी कोई लहर नजर नहीं आयी. तथाकथित मोदी लहर से बंगाल में भाजपा को कोई फायदा होता नजर आ रहा है, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं लगता है. इस राज्य के लोग इसे स्वीकार नहीं करेंगे.
मुङो राज्य के लोगों पर भरोसा है. बुद्धदेव ने यह भी कहा कि देश के कई हिस्सों में जब मतदान हो रहा था, उस वक्त कई टीवी चैनलों पर मोदी के नामांकन दाखिल करने के दृश्य दिखाया गया, जो सही नहीं था. भाजपा को सत्ता में आने से रोकने के लिए कांग्रेस का साथ देने के किसी भी संभावना से इनकार करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वाममोरचा तीसरे विकल्प को शक्तिशाली बनाने पर जोर दे रही है.
इस विकल्प में तृणमूल कांग्रेस से भी समझौता की भी कोई गुंजाइश नहीं है. तीसरे विकल्प को मजबूत करने के इरादे से चुनाव के पहले वामपंथी दलों समेत 11 दलों की बैठक हुई. अब चुनाव के फैसले के बाद ही आगे की रणनीति तय होगी. माकपा नेता का कहना है कि कांग्रेस और भाजपा की नीति में खासा फर्क नहीं है. दोनों दल कॉरपोरेट जगत की पसंद है. यह वजह हो सकती है कि विगत 10 वर्षों में पांच हजार से ज्यादा की संपत्ति वाले पूंजीपतियों की संख्या 122 तक पहुंच गयी है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस की ओर से यह अभी तक स्पष्ट नहीं किया गया है कि वे भविष्य में भाजपा का साथ देंगे या नहीं? लोगों को भ्रमित नहीं किया जा सकता. लोकसभा चुनाव किसी नेता की नहीं, बल्कि नीतियों की लड़ाई है.