कोलकाता: 29 मार्च की दोपहर को ही नहीं इसके पहले भी दो बार पुष्पा व उसकी दो बेटियों के कत्ल की कोशिश सिकंदर कर चुका था. लालबाजार में लंबी पूछताछ के बाद सिकंदर ने पुलिस के सामने इसका खुलासा किया. लालबाजार सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ में सिकंदर ने बताया कि : किसी भी हाल में फ्लैट को अपने कब्जे में करना था. काफी बार धमकाने के बावजूद भी पुष्पा फ्लैट नहीं छोड़ने की जिद पर अड़ी थी.
इसके कारण ही उसे तीनों के कत्ल की साजिश रचनी पड़ी. तीनों मां बेटियों के एक साथ नहीं होने के कारण उनका कत्ल नहीं किया जा सका. लेकिन तीसरी बार (29 मार्च की दोपहर) उसने तीनों के कत्ल की फाइनल साजिश रची और पूरे प्लानिंग के तहत इस वारदात को अंजाम दिया गया.
तीनों के कत्ल के बाद घर से कुछ जरूरी कागजात को भी अपने कब्जे में किया और आराम से फ्लैट में ताला बंद कर वह वहां से भाग निकला. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, उसके इस बयान के बाद लालबाजार के होमेसाइड विभाग की एक टीम ने सिकंदर के घर में छापेमारी की. इस दौरान उसके घर से चार एलआइसी पॉलिसी के कागजात मिले. सभी पॉलिसी पुष्पा के घर से लिये गये थे. इसके अलावा इस दिन अन्य आरोपियों के घर भी पुलिस ने छापेमारी की. जहां दो आरोपियों के घर से दो मोबाइल व दो प्री एक्टिव सिम कार्ड जब्त किये गये.
सिकंदर को साथ लेकर वारदात स्थल पर पहुंची पुलिस : पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मंगलवार को घटना के मुख्य आरोपी मोहम्मद सिकंदर को साथ लेकर लालबाजार की होमेसाइड विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची. तीनों शवों को जमीन में गाड़ने के बाद उसे प्लास्टर करने के लिए जिस दुकान में सिमेंट बालू खरीदा गया था, उस दुकान में भी पुलिस पहुंची और पूछताछ की. इसके बाद जिस दुकान से काला प्लास्टिक खरीदा गया था उस दुकान में भी पुलिस गयी. यहां से जिस दुकान से सिकंदर ने शवों को ठिकाने लगाने के लिए ट्रंक खरीदा था उसके दुकानदार से भी पूछताछ की गयी.
लालबाजार सूत्रों के मुताबिक, तीनों दुकानदारों का बयान लेने के बाद पुलिस उन्हें गवाह बनाने की तैयारी कर रही है. इसके अलावा जिस राजमिी से फर्स पर प्लास्टर करवाया गया था उन तीनों मिी का भी पता लगा लिया गया है. लालबाजार लाकर उससे भी पूछताछ की गयी. तीनों के बयान के आधार पर उन्हें भी घटना का गवाह बनाया जा रहा है.
पूरे मामले पर संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) पल्लव कांति घोष ने बताया कि, सिकंदर और उसके एक अन्य साथी आमीन से पूछताछ की जा रही है. फिलहाल इस घटना में इस्तेमाल ट्रंक व हथौड़े का कोई सुराग नहीं मिल सका है. जल्द ही उससे पूछताछ कर इन सबूतों को भी बरामद कर लिया जायेगा.