सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी की सबसे मुख्य सड़क हिलकार्ट रोड स्थित एक गहने की दुकान में शुक्रवार शाम को हुई लूट की वारदात से अब भी शहर में सनसनी है. हर तरफ इस घटना की चर्चा जोरों पर है. पुलिस भी इस वारदात के आरोपियों की कुंडली तलाशने में जुटी हुई है. इस मामले की सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस के अलावा खुफिया विभाग ने भी जांच शुरू कर दी है. इसी सिलसिले में कोलकाता सीआइडी की एक टीम भी सिलीगुड़ी आ रही है.
शुक्रवार शाम सिलीगुड़ी के हिलकार्ट रोड स्थित गहने की एक बड़ी दुकान में दुस्साहसिक लूट हुई. शहर के युवाओं ने आग्नेयास्त्र से लैस तीनों बदमाशों को दबोचकर पुलिस के हवाले किया. शाम को भरे बाजार इतनी बड़ी घटना होने से शहरवासी सहमे हुए हैं. इस घटना ने सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नरेट में खलबली मचा रखी है.
पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार सिंह व डिप्टी पुलिस कमिश्नर गौरव लाल स्वयं इस मामले की जांच कर रहे हैं. साथ ही गहने की दुकान व आसपास की दुकानों में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है. इसी तरह की एक लूट कोलकाता शहर में भी हुई थी. उस मामले में भी बदमाश मणिपुर के ही थे. सिलीगुड़ी में भी गहने की दुकान को लूटने वाले मणिपुर के ही हैं. इसी वजह से मामले की जांच के लिए कोलकाता सीआइडी की एक टीम सिलीगुड़ी आ रही है.
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तीनों बदमाश मणिपुर के हैं. इनके नाम राजेश सिंह, मतुम्बा सिंह व संजम नरेदनावली है. वारदात को अंजाम देने के लिए इन तीनों ने घंटे के हिसाब से किराये पर मिलने वाली सेल्फ ड्राइव कार का प्रयोग किया. पुलिस ने वारदात में उपयोग की गयी कार (डब्ल्यूबी 04 एच 1826) को जब्त किया है. यह घंटे के हिसाब से कार किराये पर देनेवाली निजी कंपनी जूम की है.
शनिवार को पूछताछ के लिए जूम कार कंपनी के प्रबंधन को सिलीगुड़ी थाने बुलाया गया. डीसीपी गौरव लाल ने स्वयं इनसे पूछताछ की. जूम कार गाड़ी किराये पर देने से पहले ड्राइविंग लाइसेंस के अलावा और किसी भी तरह का कागजात या पहचान पत्र नहीं लेती है. सिर्फ ड्राइविंग लाइसेंस पर गाड़ी किराया पर देना खतरों से भरा है. इससे शहर में किसी भी समय किसी बड़ी वारदात को अंजाम दिया जा सकता है. इस संबंध में भी पुलिस विचार कर रही है. इस संबंध में डिप्टी पुलिस कमिश्नर गौरव लाल ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है. आरोपियों से भी बयान लिया गया है. किराये पर कार देने वाली कंपनी से पूछताछ की गयी है. सीसीटीवी फुटेज भी खंगाला जा रहा है. खुफिया विभाग भी इस मामले की जांच कर रही है.
नहीं हो सकी बदमाशों की अदालत में पेशी
चोरी की इस घटना में शामिल तीनों आरोपियों को शनिवार अदालत में पेश नहीं किया जा सका. यहां बता दें कि गहने की दुकान में लूट के बाद फायरिंग करते हुए ये तीनों दुकान के बाहर निकले और भागने के प्रयास में थे. तभी मौके पर उपस्थित कुछ लोगों ने तीनों को धर दबोचा. इसके बाद लोगों ने इन तीनों की जम कर धुलाई की. इसमें तीनों आरोपी बुरी तरह घायल हुए हैं. गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने इन तीनों कों उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज में इलाज के भर्ती कराया. स्थिति में सुधार न होने की वजह से इन्हें अदालत में पेश नहीं किया जा सका है. सिलीगुड़ी थाने की पुलिस ने बताया कि तीनों उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में भर्ती हैं. जिसकी वजह से इन्हें शनिवार को अदालत में पेश नहीं किया जा सका है. इनकी स्थिति में सुधार होते ही इन्हें अदालत में पेश करके पूछताछ के लिए रिमांड पर लेंगे.