श्रीवास के परिजनों ने पड़ोसी सोना घोराई और प्रमातो महतो पर हत्या का आरोप लगाया था. इनके खिलाफ शिकायत भी दर्ज करायी थी. हालांकि प्राथमिक जांच के बाद पुलिस ने इसे आत्महत्या का मामला बताया था. अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सच्चाई का पता चलेगा.
जानकारी के अनुसार, श्रीवास अपने पड़ोस में रहने वाली एक किशोरी से प्रेम करता था. इसकी भनक उसके परिवारवालों को लग गयी. इसके बाद से दोनों परिवारों के बीच विवाद शुरू हो गया. तनाव बढ़ता देख पंचायत सदस्य वर्णाली राय ने एक सालिसी सभा बुलायी, जिसमें दोनों परिवारों को बुलाया गया. सभा में श्रीवास ने अपनी गलती मानते हुए सभी लोगों से माफी मांगी और भविष्य में किशोरी से किसी भी तरह का संपर्क नहीं रखने की बात कही. पर, किशोरी का परिवार इस फैसले से खुश नहीं था. सभा खत्म होने के बाद वे श्रीवास को पीटने लगे. पंचायत सदस्य एवं स्थनीय लोगों ने किसी तरह युवक को उनके चंगुल से छुड़ाया. इस घटना के कुछ घंटों बाद ही युवक का क्षत-विक्षत शव रेलवे लाइन के किनारे से बरामद हुआ. बहरहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है कि युवक ने आत्महत्या की है या उसकी हत्या हुई है.