लखनऊ: विश्वविख्यात सरोद वादक उस्ताद अमजद अली खां ने देश के हालात पर चिन्ता व्यक्त करते हुए आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तो बहुत कुछ करना चाहते हैं लेकिन उनके आसपास के कुछ लोग हैं, जिन्हें वह नियंत्रित करें.उस्ताद ने कहा, ‘‘जो हो रहा है, उससे काफी तकलीफ है. इन्फोसिस के नारायणमूर्ति का कल इंटरव्यू देख रहा था, वह भी बहुत चिन्तित थे.शायद हालात कुछ सामान्य नहीं हैं…मोदी जी बहुत कुछ करना चाहते हैं लेकिन उनके आसपास कुछ ऐसे लोग हैं जो मन में आये, बोल देते हैं, जो चाहते हैं, कर देते हैं.
मोदी जी को ऐसे लोगों को नियंत्रित करना पडेगा, वरना शांति खतरे में पड जाएगी। मोदी जी से काफी उम्मीदें हैं.’ खां का इशारा संभवत: मोदी सरकार के उन मंत्रियों और भाजपा के कुछ नेताओं की ओर था, जिन्होंनें भडकाऊ भाषण दिए और बयानबाजी की है.साहित्यकारों और कलाकारों द्वारा पुरस्कार लौटाये जाने के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘वे आज के हालात से परेशान हैं, इसलिए पुरस्कार लौटा रहे हैं. हमारे देश में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है. परिस्थितियां कभी मजबूर कर देती हैं. ऐसा लगता है कि कुछ तो कहीं गडबड है.’ जब पूछा गया कि हालात मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद ऐसे हुए या पहले भी थे तो उस्ताद ने कहा, ‘‘साहित्यकार और कलाकार पुरस्कार तो अभी लौटा रहे हैं. ये पागल लोग तो हैं नहीं। वे दुखी हैं और सम्मान लौटाकर अपना दुख प्रकट कर रहे हैं. सरकार को जांच करानी चाहिए कि किस वजह से ऐसा हो रहा है.’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि वाकई कुछ गडबड है.’ सरकार की ओर से मिले सम्मान वापस करने के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘अभी तो देख रहा हूं हालात.