मेरठ : रविवार दोपहर करीब 12 बजे शहर में घुसा तेंदुआ पुलिस, वन विभाग और सेना की करीब 24 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद भी पकड़ा नहीं जा सका है.
इस दौरान तेंदुए के हमले में एक पुलिस इंसपेक्टर समेत कम से कम आधा दर्जन लोंगो के घायल होने की जानकारी मिली है. एहतियात के तौर पर प्रशासन ने शहर के सभी स्कूल कॉलेजों को बंद करने के साथ ही शहर में हाईअलर्ट घोषित कर दिया है. प्रशासन ने शहर के सभी बाजार भी बंद करने की अपील की है.
हालांकि प्रशासन की इस अपील के बावजूद शहर के बाजार पूर्व की तरह आज खुले थे. यह अलग बात है कि बाजारों में आज अन्य दिनों की अपेक्षा रौनक कम है. तेंदुए के अभी तक नहीं पकड़े जाने से शहर में विशेषकर छावनी क्षेत्र के लोंगो में दहशत का माहौल है.
डीएफओ सुशांत शर्मा ने आज बताया कि तेंदुए को पकड़ने के लिए अभियान जारी है. उन्होंने बताया कि रात करीब 12 बजे तेंदुआ कैंटोमेंट अस्पताल में से भी जंगला तोड़ कर फरार हो गया. उन्होंने बताया कि अभी तक फरार तेंदुए का कोई सुराग नहीं लग सका है.
डीएफओ ने बताया कि तेंदुए की रात के समय में देखने की क्षमता बहुत अधिक होती है. ऐसे में संभावना है कि वह आबूलेन स्थित आबू नाले से होता हुआ शहर से बाहर कही जंगल में चला गया हो. डीएफओ ने बताया कि तेंदुआ रविवार को दोपहर करीब 12 बजे छावनी स्थित लकड़ी की एक टाल के गोदाम में देखा गया था.
टाल मालिक गौरव की सूचना पर पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी. यहां पर तेंदुआ एक व्यक्ति पर हमला कर उसे जख्मी कर भाग कर पास ही स्थित कैंटोमेंट अस्पताल में घुस गया था. यहां तेंदुए के हमले में एक व्यक्ति घायल हुआ था. यहां तेंदुआ जनरल वार्ड में घुस गया.
तेंदुए को देख कर वार्ड के मरीजों ने बाहर भाग कर अपनी जान बचाई. डीएफओ के अनुसार तेंदुए को पकड़ने के लिए रात में ही वाइल्ड ट्रस्ट ऑफ इंडिया की टीम पहुंच गई थी. लेकिन,वह कुछ करती इससे पहले ही तेंदुआ वार्ड के कमरे का जंगला तोड़ कर फुर्ती से बाहर की तरफ भाग निकला. इससे पहले पुलिस और वन विभाग की टीम की मदद के लिए सेना की भी मदद ली गई.
उधर,एसएसपी के पीआरओ ने सोमवार को बताया कि तेंदुए के हमले में सदर पुलिस इस्पेक्टर समेत समेत करीब छह लोग जख्मी हुए हैं. उन्होंने बताया कि घायलों में कोई भी गंभीर रूप से जख्मी नहीं है.