।।राजेन्द्र कुमार।।
लखनऊः बहुजन समाज पार्टी (बसपा) किसी भी राजनीतिक दल के साथ गठबंधन कर आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लडेगी. देश की सभी संसदीय सीटों पर बसपा अपने बलबूते पर प्रत्याशी खड़ा करेगी. कांग्रेस के साथ बसपा के गठबंधन कर आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने की छप रही खबरों पर बसपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं सांसद सतीश चन्द्र मिश्र ने सोमवार को दावा किया है. उन्होंने कहा कि भ्रम फैलाने के लिए ही साजिश के तहत ही इस तरह की झूठी खबर छपवायी गई थी. सतीश मिश्र के मुताबिक आगामी 15 जनवरी को लखनऊ में होने वाली बसपा की विशाल रैली में पार्टी सुप्रीमों मायावती अपने समर्थकों को बताएंगी कि कैसे उन्हें आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा को पराजित करने के लिए जुटना होगा. इस संबंध में मायावती तैयार की गई अपनी रणनीति का खुलासा भी करेंगी.
बसपा के राजनीतिक मामलों के रणनीतिकार सतीश मिश्र कुछ दिनों पूर्व अखबारों में छपी इस खबर से बेहद खफा दिखे, जिसमें लिखा गया था कि आगामी लोकसभा चुनावों में बसपा के साथ सीटों का तालमेल तय करने के लिए उनकी मुलाकात कांग्रेस आलाकमान से हुई है. मिश्र ने इस खबर को झूठा बताया. उन्होंने कहा कि बसपा ने कांग्रेस के साथ सिर्फ एक बार ही मिलकर चुनाव लड़ा था, जिसका लाभ कांग्रेस को मिला था क्योंकि बसपा को वोट तो कांग्रेस को मिला पर कांग्रेस का वोट बसपा को नहीं मिला था. इसी के बाद बसपा ने किसी भी राजनीतिक दल के साथ मिलकर लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ा और आगे भी बसपा इसी नीति पर चलेगी. सतीश मिश्र के मुताबिक वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में बसपा ने सर्वाधिक 500 प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतारा था. जिसमें से 21 सांसद बने थे.
आगामी लोकसभा चुनावों में बसपा की तैयारियों का मिश्र ने बहुत खुलासा तो नहीं किया, सिर्फ यही कहा कि बसपा देश की सभी संसदीय सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़ा करेगी. यूपी को लेकर उनका कहना था कि पार्टी प्रमुख ने सूबे की सभी 80 सीटों पर अपने प्रत्याशी तय कर दिए हैं. 21 संसदीय सीटों पर बसपा ने इस बार ब्राह्याण प्रत्याशियों को टिकट दिया है. अन्य जातियों के कितने लोगों को लोकसभा में टिकट दिया गया, इसकी ब्यौरा उन्होंने जल्दी ही देने की बात कहीं. यह भी बताया कि दिल्ली, पंजाब, बिहार, झारखंड, बंगाल और अन्य राज्यों के लोकसभा प्रत्याशी के बारे में जल्दी ही पार्टी प्रमुख मायावती जानकारी देंगी.
मायावती के जन्मदिन पर 15 जनवरी को हो रही रैली को लेकर सतीश मिश्र ने बताया कि मुजफ्फरनगर हुए दंगे के कारण मायावती ने बेहद सादगी के साथ अपना जन्मदिन मनाने का फैसला लिया है. इस अवसर पर न तो केक काटा जाएगा और न ही कोई सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे. बसपा की रैली में मायावती किस राजनीतिक दल पर निशाना साधेगी, इस सवाल को मिश्र ने कोई जवाब नहीं दिया. यही कहा कि पार्टी की इस रैली के जरिये लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत होगी. उन्होंने बताया कि रैली में महाराष्ट्र, पंजाब, हरियाणा, मध्यप्रदेश, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, गुजरात सहित अन्य प्रदेशों के कार्यकर्ता भी आएंगे. रैली में आने वालों के लिए विशेष रेलगाडिय़ों की व्यवस्था की गई है. सतीश मिश्र का दावा है कि भीड़ के दृष्टिकोण से 15 जनवरी की रैली ऐतिहासिक होगी. रैली में शामिल होने के लिए काफी लोग अभी से आना शुरू कर दिए हैं.